
अल्मोड़ा। उदय शंकर संगीत एवं नाट्य अकादमी फलसीमा और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के चित्रकला विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को सात दिवसीय चित्र निर्माण राष्ट्रीय कार्यशाला और प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। विश्वविद्यालय परिसर स्थित चित्रकला विभाग के प्रदर्शनी कक्ष में मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उद्घाटन सत्र में अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र, उदय शंकर नाट्य अकादमी के सचिव चन्द्र सिंह चौहान, जिला सूचना अधिकारी सत्यपाल सिंह, विभागाध्यक्ष शेखर चन्द्र जोशी और कार्यशाला समन्वयक सोनू द्विवेदी शिवानी उपस्थित रहीं। अतिथियों का स्वागत चन्द्र सिंह चौहान ने किया। उन्होंने कहा कि पहली बार इतने अधिक युवा कलाकार एक ही विषय पर सामूहिक सृजन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने उत्तराखंड संस्कृति विभाग द्वारा युवा कलाकारों को दी जा रही प्रेरक और आर्थिक सहायता की सराहना की। कार्यक्रम समन्वयक सोनू द्विवेदी शिवानी ने बताया कि देश के विभिन्न प्रांतों—दिल्ली, कुरुक्षेत्र, गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के सोमेश्वर, बागेश्वर, मुनस्यारी, हल्द्वानी और अल्मोड़ा—से 80 युवा कलाकार कार्यशाला में शामिल हो रहे हैं। प्रतिभागी कलाकार ‘नृत्य सम्राट उदयशंकर के जीवन के विविध पक्ष—भावमय रंगों के संग’ विषय पर आधारित कृतियों का निर्माण करेंगे। निर्मित चित्रों की प्रदर्शनी 7 दिसंबर की अपराह्न से उदय शंकर संगीत एवं नाट्य अकादमी भवन, फलसीमा में आयोजित होगी। कार्यशाला का समापन 8 दिसंबर को प्रमाणपत्र और प्रतीक चिन्ह वितरण के साथ किया जाएगा। अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा को रचनात्मक दिशा देने के लिए ऐसे कार्यक्रम अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने कार्यशाला की सफलता के लिए शासन की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। विभागाध्यक्ष शेखर चन्द्र जोशी ने अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन योगेश डसीला ने किया।

