
हरिद्वार(आरएनएस)। गन्ना सीजन शुरू होने के बाद से हरिद्वार-लक्सर मार्ग पर गन्ने से लदे ओवरलोड ट्रक और ट्राले धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं। ओवरलोड ट्रक और ट्रालों के सड़कों पर दौड़ने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। सब कुछ जानने के बावजूद जिम्मेदार अफसरों की इस मुद्दे पर चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। चीनी मिलों का पेराई सत्र चल रहा है। किसान भी अपने-अपने वाहनों से गन्ना लेकर चीनी मिल पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों ने गन्ने से लदे वाहनों को समय अनुसार रात में चलाने की मांग की है ताकि हादसे पर ब्रेक लग सके। हरिद्वार-लक्सर पथरी मार्ग के गांव घिस्सुपुरा, धनपुरा पीठ बाजार, फेरूपुर, पदार्था, शाहपुर, धारीवाल, बादशाहपुर पथरी क्षेत्र के आदि मार्ग समेत कई अन्य मार्गों पर गन्ने से लदे ओवरलोड ट्रक और ट्रैक्टर ट्राले दौड़ रहे हैं। नतीजन इन मार्गों पर दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। कई बार ओवरलोड वाहनों की वजह से हादसे भी हो चुके हैं। लेकिन जिम्मेदार अफ्सर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। दिन में इन ओवरलोड वाहनों के दौड़ने पर अक्सर दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। ग्रामीण श्याम सुंदर चौहान, रामपाल प्रधान, गालिब प्रधान, इलियास मलिक, सलीम अहमद, हाजी डॉक्टर नूर अली, मुस्तफा अन्सारी, धर्मेंद्र चौहान, आदि ग्रामीणों का कहना है कि पेराई सत्र शुरू होने के बाद से सड़कों पर ओवरलोड वाहन सरपट दौड़ रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार जिम्मेदार विभाग के अफसरों से इन वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने अफ्सरों से गन्ने के ओवरलोड ट्रालों के संचालन पर प्रतिबंध लगाए जाने या समय अनुसार चलाने की मांग की है।

