


देहरादून(आरएनएस)। राजपुर रोड स्थित अरविंद आश्रम में शुक्रवार को उत्तराखंड हिमालय, संस्कृति, मेले, त्योहार, लैंडस्केप की फोटो, उत्तराखंड की महिलाओं के बनाए गए पश्मीना शॉल और ऊन के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित पंचाचूली वुमन वीवर्स की महिलाओं द्वारा पिछले 25 सालों से ज्यादा समय से विश्व स्तर के उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। इन्हें अल्मोड़ा से देश और दुनिया के विभिन्न देशों में भेजा जाता है। पंचचुली वुमन वीवर्स हिमाद्रि हैंडलूम के साथ मिलकर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनके बनाए उत्पादों की मार्केटिंग कर रहा है। इन विश्व स्तरीय उत्पादों को इस प्रदर्शनी में बिक्री के लिए रखा गया है। संस्थापिका मुक्ति दत्ता, पंचचूली, हिमाद्रि हैंडलूम की मंजू बिष्ट, दीपा भारती और मुन्नी बिष्ट सहयोग कर रही हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा के प्रसिद्ध फोटोग्राफर जयमित्र सिंह बिष्ट के द्वारा शुरू किए गए फोटोग्राफी ब्रांड हिमालयन जेफर के अंतर्गत उत्तराखंड हिमालय, यहां की लोक संस्कृति, मेलों और त्योहारों से संबंधित फोटो फ्रेम्स और थीम आधारित फोल्डर्स व लिमिटेड एडिशन प्रिंट्स फोटोग्राफ्स को प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने अपने फोटोग्राफी कैरियर की शुरुआत फोटो पत्रकारिता से की। जिसमें उन्होंने 1994 में हुए उत्तराखंड आंदोलन को भी कवर किया था। इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड के हिमालय लैंडस्केप और यहां के लोक और संस्कृति को अपने फोटोग्राफ के माध्यम से डाक्यूमेंट किया है। उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रकाशित महत्वपूर्ण कॉफी टेबल बुक्स में भी उनकी फोटो छपी हैं। अल्मोड़ा पर किए उनके काम पर एक कॉफी टेबल बुक भी प्रकाशित हुई है। उनके चुनिंदा फोटोग्राफ की ये अपनी तरह की पहली प्रदर्शनी है। प्रदर्शनी 21 नवंबर से 23 नवंबर तक आयोजित की गई है और सुबह 11 से शाम 7 खुली रहेगी। इसमें प्रवेश निशुल्क है। प्रदर्शनी को अरविंद आश्रम के तत्वाधान में मधु अंजलि के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है।


