
पौड़ी(आरएनएस)। पेंशनरों के डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र बनाने को लेकर गुरुवार को जागरूकता शिविर का आयोजन एसबीआई में हुआ। शिविर में केद्र सरकार के पेंशन एवं पेंशन कल्याण विभाग के परामर्शदाता एलपी पॉल ने पेंशनरों को डिजिटल प्लेटफार्म की विस्तार से जानकारी दी। एलपी पॉल ने कहा कि पेंशनर चाहे प्रदेश का हो या फिर केंद्र सरकार का उनके लिए एक कॉल सेंटर संचालित होता है इसमें टोल फ्री नंबर है जिस पर कोई पेंशनर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। कॉल सेंटर में मिली शिकायतों का निस्तारण 24 से 30 दिनों में हो जाता है। कॉल सेंटर पर जिस प्रदेश की पेंशन संबंधी शिकायत होती है उसी प्रदेश के संबंधित महकमे को ट्रांसफर की जाती है। शिविर में बताया गया कि किस तरह से डिजिटल प्लेटफार्म पर जाकर कोई भी पेंशनर अपने जीवित प्रमाण पत्र बना सकते है। पॉल ने कहा कि यह बेहद सरल तरीका है और इससे किसी भी पेंशनर को बैंक या पोस्ट आफिस आदि के चक्कर नहीं काटने पडे़गे और उनका समय भी बचेगा। इसके साथ ही पौड़ी में पेंशन एसोसिएशन नहीं होने पर भी सुझाव दिया गया कि सभी पेंशनर चाहे वह जिस भी विभाग से रिटायर हुए हो एक एसोसिएशन बनाकर उसे पेंशन विभाग में पंजीकृत करवा सकते है। ऐसे में पेंशनर को मिलनी वाली सुविधाएं और समय-समय पर आने वाली योजनाओं की जानकारी मिलने काफी सहुलियत हो सकेगी। अभी तक देश में 25 लाख से अधिक डीएलसी बन गए है। पूरे देश में पेंशनर के डीएलसी बनाने के लिए केंद्र सरकार का यह अभियान चल रहा है।शिविर में एसबीआई पौड़ी के मुख्य प्रबंधक अवतार सिंह कंडारी ने पेंशनरों को सुझाव दिया कि चाहे जिस भी बैंक में खाता हो उसमें नॉमिनी जरूर रखे ऐसे में भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। कहा कि कोई भी पेंशरन डीएलसी बनाने के लिए बैंक आ सकता है। शिविर में 80 से अधिक पेंशनर ने हिस्सा लिया। डीएलसी बनने में बहुत कम समय लगता है। इस मौके पर पूर्व सैनिक संगठन से राजेंद्र सिंह राणा, शंकर सिंह, मनवर सिंह, भागा देवी, कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।



