
पौड़ी(आरएनएस)। गढ़वाल वन प्रभाग की पैठाणी रेंज में एक बार फिर भालू सक्रिय हो गया। रविवार की रात भालू ने दो गोशालाओं के दरवाजे तोड़कर यहां बंधी गाय को निवाला बना दिया। अभी तक थलीसैंण ब्लाक के कुचोली, कठ्यूड़ और सौंठ आदि गांवों में भालू ने 30 से अधिक घटनाएं कर दी है। भालू के आंतक से ग्रामीणों में दहशत बनी है। इससे पहले भालू को मारने के आदेश भी वन विभाग ने जारी किए थे लेकिन भालू को टीम ट्रैक्यूलाइज नहीं कर पाई थी। भालू के यहां सक्रिय होने के बाद से ही वन विभाग की टीम भी यहां डेरा डाले हुए है लेकिन इसके बावजूद भालू मवेशियों के मार ही रहा है। भालू के एक के बाद एक हमलों से ग्रामीण सहमे हुए है। उन्हे पशुधन को लेकर काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कुचोली के सामाजिक कार्यकर्ता मातवर सिंह ने बताया कि एक दो दिन छोड़कर भालू फिर गोशालाओं में बंधे मवेशियों को मारना शुरू कर दे रहा है। ऐसे में दहशत बनी हुई है। ग्रामीण अपनी गोशालाओं तक जाने में डर रहे हैं। भालू के पकड़ में नहीं आने की वजह से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। अकेले कुचौली में ही भालू ने अब तक 10 से अधिक मवेशियों को मार दिया है। ऐसे में काफी दिक्कतें हो रही है। ग्रामीणों ने भालू के आंतक से निजात दिलाने की मांग वन विभाग से की है। वहीं दूसरी तरफ वन क्षेत्राधिकारी डीसी नौटियाल ने बताया कि भालू यहां सक्रिय है। कहा कि ग्रामीणों की गौशालाएं भी बस्ती से काफी दूर बनी है साथ ही दरवाजे भी काफी कमजोर है। ऐसे में भालू आसानी से गोशालाओं के दरवाजे तोड़कर मवेशियों को मार दे रहा है। बताया कि विभागीय टीम क्षेत्र में तैनात है लेकिन यहां सौ से अधिक गोशालाएं है और काफी दूर -दूर भी बनी है। ऐसे मे टीम सभी गोशालाओं की निगरानी नहीं कर पा रही है। जहां टीम नहीं रह रही है भालू वहीं हमला कर मवेशियो को मार दे रहा है। इस बीच टीमों में बढ़ोत्तरी भी की जा रही है ताकि भालू की निगरानी की जा सके। भालू दो -तीन दिन छोड़कर भी गांवों में आ रहा है।