
देहरादून(आरएनएस)। टिहरी के आगराखाल और चंपावत के पाटी में सेतु आयोग ने खेती-किसानी के लिए अग्रपम पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया। इस प्रोजेक्ट को गेट्स फाउंडेशन से वित्तीय सहयोग कर रहा है। कृषि विभाग प्रोजेक्ट से किसानों की समस्याओं को हल करने के साथ ही खेती को लाभकारी बनाने और सस्ते कोल्ड स्टोरेज में उपलब्ध कराएगा। पर्वतीय किसानों की समस्याओं को हल करने और कृषि स्टार्टअप का मजबूत इको सिस्टम मजबूत करने करने के लिए सेतु आयोग ने यह पहल की है। सेतु आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी ने इसे लेकर देहरादून और टिहरी में बैठकें कीं। जोशी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में फसलों को जानवरों से नुकसान, पौधों में बीमारियों, खेती में कम मशीनों का इस्तेमाल, सस्ती कोल्ड स्टोरेज की कमी और मिट्टी जांच जैसी दिक्कतें के समाधान में सहयोग किया जाएगा। साथ ही देश के अन्य राज्यों से सफल स्टार्टअप की मदद से सभी समाधान अगले एक महीने में लागू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गेट्स फाउंडेशन के साथ सोशल अल्फा संस्था, नाबार्ड, कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र, स्थानीय जिला प्रशासन, एफपीओ कृषिवाणी और स्थानीय किसान मिलकर काम करेंगे। इसमें स्थानीय एफपीओ को देशभर के बड़े खरीदारों से जोड़ने की योजना शामिल है।
अभी गेट्स फाउंडेशन ओडिशा, बिहार और यूपी जैसे राज्यों में किसानों के साथ काम कर रही है। हमारा लक्ष्य है उत्तराखंड के किसानों को देश के बेहतरीन समाधानों से जोड़ना, खरीदार उपलब्ध कराना, खेती के तौर-तरीकों को सुधारना, सहकारी समितियों को मजबूत बनाना और धीरे-धीरे तकनीक का ज्यादा उपयोग बढ़ाना है, इसके लिए यह पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। – राज शेखर जोशी, उपाध्यक्ष, उत्तराखंड सेतु आयोग