
जीएसटी बचत उत्सव और स्वदेशी अभियान को दिया बढ़ावा
अल्मोड़ा। ‘जीएसटी बचत उत्सव’ अभियान के तहत सांसद और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा ने शुक्रवार को अल्मोड़ा के मुख्य बाजार का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों से बातचीत की और हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में की गई कटौती पर चर्चा की। मंत्री ने विभिन्न प्रतिष्ठानों का भ्रमण कर दुकानदारों को पुष्प भेंट किए और ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ लिखे बोर्ड वितरित किए। उन्होंने व्यापारियों से आग्रह किया कि वे इन बोर्डों को अपने प्रतिष्ठानों पर लगाकर स्वदेशी अभियान को आगे बढ़ाएं। अजय टम्टा ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी का सीधा लाभ आम जनता को मिलेगा। रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं सस्ती होंगी, जिससे महंगाई का बोझ घटेगा और उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने जोर दिया कि स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता देने से न केवल स्थानीय कारीगरों और उद्योगों को मजबूती मिलेगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण साबित होगा। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छोटे व्यापारियों के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक सुरक्षा के लिए लगातार ठोस पहलें की जा रही हैं। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष विनीत बिष्ट के नेतृत्व में दर्जा राज्यमंत्री गंगा बिष्ट, मेयर अजय वर्मा, व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय वर्मा और पूर्व दर्जाधारी गोविंद पिलख्वाल सहित कई व्यापारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय वर्मा ने मंत्री को मिठाई भेंट कर जीएसटी सुधारों के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। कार्यक्रम में जिला महामंत्री दर्शन रावत, पूर्व जिला अध्यक्ष अरविंद बिष्ट, अमित साह मोनू, मनोज सनवाल, ललित मेहता, कैलाश गुरुरानी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष लीला बोरा, मदन बिष्ट, केतन, मनोज जोशी, कृष्ण बहादुर, नगर महामंत्री देवेंद्र भट्ट, संजय बिष्ट, अभिषेक जोशी, आनंद कनवाल, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राजीव गुरुरानी, संजय जोशी, चंदन बहुगुणा सहित बड़ी संख्या में व्यापारी और कार्यकर्ता शामिल रहे। व्यापारियों ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए अजय टम्टा का आभार जताया। मौके पर जिलाध्यक्ष महेश ने सभी मंडलों के पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वे स्वदेशी अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए पदयात्रा और जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित करें, ताकि अभियान का संदेश हर घर तक पहुंचे और लोग स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के लिए प्रेरित हों।