
उत्तरकाशी(आरएनएस)। लगातार हो रही बारिश से जगह-जगह भूधंसाव हो रहा है, जिससे मोटर और पैदल मार्ग अवरुद्ध हुए हैं। वहीं, मोरी विकासखंड में सेब के सैकड़ों बगीचों को नुकसान पहुंचा है। जिससे अब बागवानों की चिंता बढ़ गई है। मोरी विकासखंड में 90 प्रतिशत बागवान सेब की फसल से अपनी आजीविका चलाते हैं। इस वर्षाकाल में मोरी विकासखंड के गैचवाण गांव, दड़गाण गांव, पोखरी, पासा, सुनचवाण गांव, सिंदरी, सौड़, सांकरी, जखोल, फिताड़ी, लिवाड़ी, कासला, रेकचा, हरपुरी, राला, सुनकुंडी, सावणी, धारा, मसरी, सेवा, बरी, पुजेली, हडवाडी, आराकोट, चिवां, गमरी, माऊडा, बलावट आदि गांव में भूधंसाव होने से सेब के बगीचों को भारी नुकसान हुआ है।
सेब बागवान लक्ष्मण सिंह, चन्द्र सिंह, हाकम सिंह रावत, संदीप आदि ने बताया भूधंसाव से उनके सेब के बगीचे नष्ट हो गए हैं। उनकी आजीविका खतरे में पड़ गई है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से नुकसान का आकलन कर मुआवजे की मांग की है। ब्लॉक प्रमुख रणदेव सिंह राणा, जिला पंचायत सदस्य रवीना रावत ने क्षेत्र के सम्बंधित राजस्व विभाग के कर्मचारियों को फसल और पौधों का आकलन कर उचित मुआवजा देने की आग्रह किया। पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल ने जिला उद्यान अधिकारी को राजस्व विभाग के साथ संयुक्त निरीक्षण कर क्षति का आकलन शासन को तत्काल भेजने के निर्देश दिए।





