
देहरादून(आरएनएस)। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक युवती को इमरजेंसी में इलाज में देरी, टरकाने एवं डॉक्टरों और स्टाफ द्वारा अभद्रता पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य डॉ. गीता जैन का घेराव किया। कार्यकर्ता उनकी ओपीडी में ही पहुंच गए और यहां पर नारेबाजी की। सुरक्षाकर्मियों से नोकझोंक भी हुई। 24 घंटे में कार्रवाई नहीं होने पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के आवास का घेराव करने की चेतावनी दी, जिस पर प्राचार्य ने कहा कि आपका ही अस्पताल है, सुविधाएं दी जा रही हैं और इस मामले की जांच कराकर कठोर कार्रवाई होगी। बुधवार को कांग्रेस के प्रदेश सचिव लक्की राणा की अगुवाई में कार्यकर्ता दून अस्पताल पहुंचे। पांचवें तल पर कोई नहीं मिला तो वह प्राचार्य की ओपीडी में ही पहुंच गए। यहां पर महिलाओं के इलाज का हवाला देकर सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें बाहर जाने को कह दिया, जिस पर हंगामा हो गया। प्राचार्य खुद ही बाहर आईं और उन्हें हाथ जोड़कर समझाया। राणा ने बताया कि मरीज दिशा को बुखार और सिर में दर्द हो रहा था, बेहोश होने पर नौ सितंबर की रात एवं दस सितंबर को सुबह इमरजेंसी ले गए। यहां समुचित इलाज नहीं दिया और टरका दिया गया। लगातार अस्पताल में अभद्रता के मामले आ रहे हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता संदीप चमोली, विजय प्रसाद भट्टराई, मोहित ग्रोवर, अरुण बलूनी, विजेंदर चौहान, अशोक कुमार, कैलाश वाल्मीकि, आशीष देसाई, नितेश राजोरिया, वीरेंद्र पंवार, रामबाबू, ब्रह्मपाल, विशाल कुशवाह, ऋषभ, ऋतिक, सौरव कुमार आदि मौजूद रहे।
एमएस से शिकायत पर भड़के डॉक्टर: कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब इमरजेंसी में उन्हें भर्ती नहीं किया गया तो एमएस डॉ. आरएस बिष्ट से शिकायत की तो जूनियर डॉक्टर एवं स्टाफ परिजनों पर ही भड़क गए। आरोप लगाया कि उनके साथ अभद्रता की और इलाज को लेकर गुमराह कर दिया। बाद में परिजन घबराकर यहां से मरीज को ले गए।





