बिना नोटिस हटाए जाने के विरोध में श्रमिकों का हंगामा

ऋषिकेश। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण में लगी कंपनी एलएनटी के श्रमिकों ने बिना नोटिस हटाए जाने के विरोध में जबरदस्त हंगामा किया। श्रमिकों ने कंपनी पर भुगतान में भेदभाव किये जाने का भी आरोप लगाया। सोमवार को रेल परियोजना के निर्माण में लगी कंपनी एनएलटी ने देवप्रयाग ज्ञानसू सुरंग के काम में लगे 150 से अधिक श्रमिकों को बिना नोटिस हटाने का फरमान जारी कर दिया। इससे आक्रोशित श्रमिकों ने देवप्रयाग स्थित रेल परियोजना निर्माण स्थल सौड़ में हंगामा किया। श्रमिकों ने बताया कि पिछले दो-तीन सालों से एलएनटी ने उन्हें देश की सबसे लम्बी सुरंग में हर दिन 12 घंटे तक कठिन काम पर लगाये रखा था। घर-परिवार से दूर उन्होंने इस काम को पूरी निष्ठा से किया। मगर कंपनी ने उन्हें बिना नोटिस एकाएक काम से हटा दिया। इससे उनके सामने रोजी रोटी और परिवार को पालने की समस्या खड़ी हो गई है। श्रमिकों के अनुसार कम्पनी उनके कार्य के अलावा उन्हें दिये जाने वाले भुगतान में भेदभाव कर रही है। जबकि रेलवे निर्माण में लगी दूसरी कम्पनी नवयुगा श्रमिकों को 53 दिनों का अतिरिक्त भुगतान कर रही है। वहीं एलएनटी महज 15 दिनों का ही भुगतान कर रही है। एलएनटी से छंटनी किये गए श्रमिकों में अशोक धामी, अनिल देवरानी, श्याम सिंह, किशन, जागीर आदि के अनुसार जब तक उनके साथ न्याय नहीं होगा, वह एलएनटी कंपनी के खिलाफ आंदोलन जारी रखेंगे। वहीं उक्रांद जिलाध्यक्ष अर्जुन नेगी ने भी रेल श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय का कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि उक्रांद इस मुद्दे पर आंदोलन करेगा और मामले को कोर्ट तक भी ले जाएगा। इस मामले में रेलवे अधिकारी विकास ने कहा कि छंटनी किये गए श्रमिकों को आईडी ऐक्ट के अनुसार 15 दिनों का अतिरिक्त भुगतान किया जा रहा है।