
हरिद्वार। सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय, मंगलौर में तैनात लिपिक विनोद कुमार को शुक्रवार को 2,100 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून की ट्रैप टीम द्वारा की गई।
शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान देहरादून को एक लिखित शिकायत में अवगत कराया था कि उसके भाई ने अपनी बुआ से एक प्लॉट खरीदा है, जिसके दाखिला-खारिज की प्रक्रिया के एवज में लिपिक विनोद कुमार द्वारा रिश्वत मांगी जा रही थी। शिकायतकर्ता रिश्वत देने के पक्ष में नहीं था और भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई चाहता था।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए सतर्कता टीम ने योजना के तहत शुक्रवार, 4 जुलाई को सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय कुरुड़ी, मंगलौर में विनोद कुमार को 2,100 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद टीम द्वारा आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर संपत्ति से जुड़ी जांच की जा रही है।
सतर्कता निदेशक डॉ. वी. मुरूगेसन ने ट्रैप टीम की कार्रवाई की सराहना करते हुए टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।