दूनागिरी इको टूरिज्म प्रशिक्षण कार्यक्रम में होम स्टे संचालकों ने दिखाया उत्साह

अल्मोड़ा। तीन दिवसीय दूनागिरी इको टूरिज्म प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन सोमवार को द्वाराहाट ब्लॉक सभागार में हुआ। कार्यक्रम के अंतिम दिन भी बड़ी संख्या में होम स्टे संचालकों, महिला समूहों और युवाओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। करीब 30 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों में हिस्सा लिया। प्रथम सत्र में कसार देवी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहन रयाल, सचिव कुंदन सिंह मेहरा और गोपाल सिंह मेहरा ने होम स्टे संचालन में आने वाली समस्याओं, उनके समाधान और मूलभूत आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा की। मोहन रयाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए इको टूरिज्म, साहसिक पर्यटन, रॉक क्लाइंबिंग और फिश एंगलिंग जैसी गतिविधियों पर भी प्रशिक्षार्थियों के सवालों के जवाब दिए। समापन सत्र के मुख्य अतिथि उप प्रभागीय वनाधिकारी चैतन्य कांडपाल ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण को लेकर फीडबैक लेते हुए भविष्य में वन विभाग और पर्यावरणीय संरक्षण में भागीदारी की अपील की। उन्होंने दूनागिरी क्षेत्र में कैंपिंग और आजीविका के नए अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग का आश्वासन दिया। खंड विकास अधिकारी ने प्रशासन की ओर से सहयोग का भरोसा दिलाते हुए क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक और धार्मिक स्थलों पर सूचना बोर्ड लगाने का सुझाव भी दिया। कार्यक्रम में जीबी पंत संस्थान के पूर्व निदेशक आर एस रावल को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी गई और सूर्य कुंज पर एक फिल्म भी प्रदर्शित की गई। साथ ही, दूनागिरी क्षेत्र में जैव विविधता पर आधारित नर्सरी की स्थापना का प्रस्ताव भी सामने आया। समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित कर उन्हें शुभकामनाएं दी गईं। कार्यक्रम में वन विभाग से तनुजा पाठक, पंकज तिवारी, मंजू बडोला, पंकज कुमार, भोपाल राम आर्य और मनमोहन तिवारी मौजूद रहे। वहीं दर्पण समिति की ओर से संजय लाल साह, सुरेंद्र जनौटी और नितिन नाथ की उपस्थिति रही।

error: Share this page as it is...!!!!