बालिग होने से पहले बच्चों को न दें वाहन की चाबी

रुड़की(आरएनएस)।   परिवहन विभाग ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत लक्सर स्थित स्कॉर्स होम इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों के साथ ही शिक्षकों व अभिभावकों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने यातायात के नियमों की जानकारी दी। साथ ही आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को बालिग होने से पहले वाहन चलाने से मना करें। स्कूल के संस्थापक ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने गोष्ठी की शुरूआत करते हुए कहा कि सड़क पर चलते हुए यातायात के नियमों का पालन करना जरुरी है। हमारे साथ ही सड़क पर चल रहे दूसरे लोगों की सुरक्षा भी इस पर निर्भर करती हे। परिवहन कर अधिकारी रविंद्र सैनी ने बताया कि देश में सबसे ज्यादा अप्राकृतिक मौतें सड़क दुर्घटनाओं में हो रही हैं। इनमें बहुत कत दुर्घटनाएं वाहन में अचानक आई तकनीकी खराबी के कारण होती हैं। बाकी की तीन चौथाई से ज्यादा दुर्घटना वाहन चालक की लापरवाही की वजह से होती हैं। इनमें चालक के साथ ही वाहन में सवार दूसरे लोगों की जिंदगी भी चली जाती है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों के बालिग होने के बाद पहले उसका ड्राईविंग लायसेंस बनवाएं, उसे हेलमेट खरीदवाएं, और फिर चलाने के लिए उसके हाथ में वाहन दें। उन्होंने बच्चों को सड़क पर पैदल चलने, सड़क क्रॉस करने या मोड़ पर घूमने के नियमों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उनके साथ आरक्षी अर्जुन सिंह, पीआरडी सत्यपाल सिंह भी मारजूद थे। प्रधानाचार्य गौाव भटनागर, शिक्षक हितेष त्यागी, अंकुश सैनी, कर्मवीर सिंह, शिवानी शर्मा, आकांक्षा धीमान, आंचल धीमान, अनुश्री त्यागी, प्रियंका सिंह, भावना गुप्ता, विशाखा, सीमा गुप्ता, कोमल, अमृत, रूपल, शबनम, रचना, मोनिका चौधरी ने भी गोष्ठी के आयोजन में सहयोग दिया।


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