उपपा ने किया खड़िया खनन पर उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत

अल्मोड़ा। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने बागेश्वर ज़िले में दशकों से खड़िया खनन में चल रही अंधेरगर्दी पर नैनीताल उच्च न्यायालय द्वारा लिए गए स्वतः संज्ञान एवं खनन पर रोक लगाने के फैसले का स्वागत किया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि पिछले 4 दशकों में खड़िया खनन से तबाह होती खेती, किसानी, पर्यावरण के विनाश को लेकर आवाज़ें उठती रहीं पर राजनीति व सत्ता में बैठे भ्रष्ट राजनेताओं व नौकरशाहों ने उनकी चिंताओं का संज्ञान नहीं लिया। उपपा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उच्च न्यायालय खड़िया खनन के आवेदकों, लीज की स्वीकृति में होने वाले भ्रष्टाचार, अधिकारियों व खनन के मलवे के निस्तारण को लेकर तय मापदंडों की आपराधिक लापरवाही की भी जांच होगी और इसके जिम्मेदारों को दंडित किया जाएगा। उपपा ने कहा कि जनता में इस बात की चर्चा रही है कि खनन स्वीकृत करने के एवज में अनेक जिलाधिकारियों ने अपने कृपापात्रों, रिश्तेदारों को भी उपकृत्य किया है। इस सच्चाई को भी आज सामने लाने की आवश्यकता है ऐसे अधिकारियों की संपत्तियों की जांच भी होनी चाहिए। उपपा ने कहा कि उच्च न्यायालय के स्वतः संज्ञान लेने के बाद जो तथ्य सामने आ रहे हैं उससे हमारे राजनेता, नौकरशाहों की भूमिका संदेह के घेरे में है। उपपा ने कहा कि समाज को भी इस सवाल पर सक्रिय व सतर्क रहने की जरूरत है।


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