तल्ली गैरोली गांव से विदा होकर चमोला पहुंची चंडिका देवी की बन्याथ यात्रा

चमोली(आरएनएस)। रविवार को सिमली की राजराजेश्वरी चंडिका देवी की देवरा यात्रा अपने पुजारियों के गांव तल्ली गैरोली से विदा होकर चमोला पहुंची। इस दौरान चमोला में देवी का भव्य स्वागत हुआ। देवी के पुण्य दर्शनों के लिए सेनू व सिमली से भी भक्त पहुंचे। इस वर्ष चंडिका देवी की बन्याथ यात्रा 14 साल बाद हो रही है। दस माह के भ्रमण के दौरान देवी सैकड़ों गांवों का भ्रमण करेंगी। पहाड़ी क्षेत्रों में सदियों से देवी देवताओं के बन्याथ यात्रा की परंपरा सदियों से चली आ रही है। सात सितंबर को चंडिका देवी अपने गर्भगृह से बाहर आई थी। फिर चार दिनों तक सिमली के मंदिर परिसर में देवी की पूजा अर्चना हुई। उसके बाद 11 सितंबर को देवी अपने पहले पड़ाव रतूड़ा गांव के बाद बसक्वाली, सेनू, सिमली, सुंदरगांव, जाख, कोली, पुडियाणी, मल्ली गैरोली, तल्ली गैरौली से चमोला पहुंची। देवी के स्वागत के लिए ग्रामीण व ध्याणियां गांव की सीमा गए और सम्मान सहित देवी को गांव में लाया गया। गांव में ढोल दमाऊं की थाप पर देवी के पश्वाओं ने परंपरागत नृत्य किया। इस दौरान देवता अवतरित हुए व ग्रामवासियों को राजी खुशी रहने का आशीर्वाद दिया।