मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन; राजनेताओं, संगठनों ने जताया शोक

रुड़की। मंगलौर से बहुजन समाज पार्टी के विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन हो गया है। वे 66 वर्ष के थे और लंबे समय से दिल की बीमारी से जूझ रहे थे। कुछ महीने पहले ही मुंबई में भी उनका इलाज हुआ था। सोमवार की सुबह सरवत करीम अंसारी का निधन हो गया। जिससे पूरे कस्बे व आस पास के इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। प्रदेश के कई बड़े राजनेताओं और सामाजिक संगठनों ने विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन पर शोक जताया है।

विधायक सरवत करीम अंसारी की हालत बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली ले जाया गया था। ऐसा बताया गया है कि वह 3 दिन से वेंटिलेटर पर थे और उनकी हालत लगातार बिगड़ रही थी। दिल्ली स्थित अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली है।

बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का राजनीतिक सफर लगातार उतार-चढ़ाव से भरा रहा। साल 2012 के विधानसभा चुनाव में सरवत करीम अंसारी पहली बार बसपा के टिकट पर विधायक बने कांग्रेस के दिग्गज नेता काजी निजामुद्दीन से उनका हमेशा से कड़ा मुकाबला रहा। पहले चुनाव में उन्होंने काजी निजामुद्दीन को महज 698 वोट से हराया। साल 2017 के चुनाव में काजी निजामुद्दीन से उन्हें 2668 वोट से शिकस्त हासिल हुई लेकिन साल 2022 के चुनाव में कांटे की टक्कर के बीच सरवत करीम ने फिर से वापसी करते हुए महज 598 वोट से जीत हासिल की।

2012 में पहली बार विधायक बनने पर सरवत करीम अंसारी को कांग्रेस सरकार में बसपा कोटे से मंत्री दर्जे का पद भी मिला था। सरवत करीम अंसारी की क्षेत्र में पहचान बेबाक नेता के रूप में होती थी। जानकारों के मुताबिक, कुछ समय से सरवत करीम अंसारी दिल की बीमारी के कारण परेशान थे। दिल्ली-मुंबई के बड़े अस्पतालों में उनका उपचार भी चल रहा था। सोमवार की सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।