नौ लाख मुआवजा मिलने पर परिजन शव लेकर बिहार रवाना

हरिद्वार। कनखल क्षेत्र में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज कैंपस में करंट की चपेट में मरे मजदूर के परिजन मुआवजे के तौर पर नौ लाख की रकम मिलने पर शव लेकर बिहार के लिए रवाना हो गए। स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सोमवार सुबह विवाद सुलझा। रविवार को हरिद्वार लक्सर मार्ग पर निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल पर शुभंकर (24 वर्ष) निवासी ग्राम राजपुर पीएस महेशी जिला सहरसा बिहार वाइब्रेटर मशीन चला रहा था। इस दौरान उसे करंट ने चपेट में ले लिया था। बुरी तरह झुलसे मजदूर को आनन फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी। कनखल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम के बाद देर शाम मुआवजा को लेकर परिजन एवं अन्य कर्मचारी शव लेकर निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में पहुंच गए थे, जहां उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया था। गुस्साए परिजन मुआवजा दिए जाने की मांग पर अड़े हुए थे। देर रात तक चले हंगामे के बाद कनखल पुलिस ने हस्तक्षेप किया। लेकिन परिजन टस से मस नहीं हुए। सोमवार सुबह तक वह अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। सुबह के वक्त मौके पर पहुंचे एसएसआई अभिनव शर्मा ने कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और दोनों पक्षों के बीच वार्ता हुई। एसएसआई अभिनव शर्मा ने बताया कि कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रबंधन ने मृतक के परिजन को मुआवजे के तौर पर नौ लाख की रकम दे दी। जिसके बाद परिजन शव लेकर बिहार के लिए रवाना हो गए।