90 प्रतिशत से कम प्रगति वाले कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों का वेतन रोका जाय: जिलाधिकारी
अल्मोड़ा। जिलाधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में आज नवीन कलेक्ट्रेट में जनपद में संचालिल जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं की भौतिक व वित्तीय प्रगति, अवशेष नई तथा पुनरीक्षित डीपीआर पर चर्चा एवं अनुमोदन के कार्यों की समीक्षा सम्बन्धित कार्यदाई सस्थाओं के अधिकारियों के साथ की। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी कार्यदाई संस्थाओं के एफएचटीसी (कार्यात्मक घरेलू नल कनैक्शन) कार्य न्यून होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए 90 प्रतिशत से कम प्रगति वाले कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों के वेतन रोकने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि 90 प्रतिशत से अधिक कार्य प्रगति आने पर ही वेतन आहरित किया जाय। बैठक में जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियन्ता उत्तराखण्ड पेयजल निगम अल्मोड़ा नोडल जल जीवन मिशन के बार-बार बैठकों में उपस्थित न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि नोडल अधिकारी जल जीवन मिशन के बैठकों में उपस्थित न होने पर उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जाय।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन ग्रामों में इस योजना का कार्य अन्तिम चरण में है उस कार्य को समय से पूर्ण करना सुनिश्चित करे। उन्होंने निर्देश दिए कि शासन स्तर पर इस योजना कार्यों की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जाती है इसलिये सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए योजना का कार्य तय समय से पूर्ण करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने थर्ड पार्टी द्वारा जनपद में पेयजल योजनाओं का सत्यापन किया जा रहा है के कार्यों की समीक्षा सम्बन्धित विभागीय अधिकारी करना सुनिश्चित करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने पेयजल निगम अल्मोड़ा, रानीखेत, भिकियासैण, उत्तराखण्ड जल संस्थान अल्मोड़ा, रानीखेत एवं सिंचाई विभाग अल्मोड़ा द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत वर्तमान में किये गये भौतिक कार्यों व अवशेष कार्यों समीक्षा करते हुये निर्देश दिए कि योजना के कार्यों में तेजी लाने के साथ ही कार्य को तय समय में पूर्ण किया जाय ताकि अधिक से अधिक लोगों इस योजना का लाभ मिल सके। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, परियोजना निदेशक पुष्पेन्द्र सिंह सहित सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित थे।