तीन माह से मानदेय नहीं मिलने से भोजनमाताओं में आक्रोश

विकासनगर। भोजनमाताओं को तीन माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनमें आक्रोश है।भोजनमाता संगठन की बैठक में त्योहारों को देखते हुए जल्द मानदेय दिए जाने की मांग की गई।
रविवार को प्राथमिक विद्यालय हरबर्टपुर में बैठक संपन्न हुई। इसके साथ ही भोजनमाताओं से स्कूल में साफ सफाई का काम कराए जाने पर भी आपत्ति जताई। भोजनमाता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष उषा देवी ने कहा कि रक्षाबंधन और जन्माष्टमी का त्योहार नजदीक है। लेकिन तीन माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण भोजनमाताओं के परिवारों को त्योहार मनाना मुश्किल हो गया है। तीन माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके परिवारों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। कहा कि अल्प मानदेय में भोजनमाताएं बड़ी मुश्किल से अपने परिवारों का भरण पोषण करती हैं। ऐसे में एक माह का मानदेय भी लंबित होने के कारण परिवार के सामने मुश्किलें पैदा हो जाती हैं। उन्होंने त्योहार से पहले सभी भोजनमाताओं को लंबित मानदेय दिए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकांश विद्यालयों में भोजनमाताओं से सुबह का ताला खोलने से लेकर अवकाश के बाद साफ सफाई का काम कराया जा रहा है। जबकि भोजनमाता का दायित्व सिर्फ एमडीएम पकाना और बच्चों को खिलाना है। उन्होंने अतिरिक्त कार्य लिए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए एमडीएम के अतिरिक्त कार्य नहीं कराए जाने के लिए विभागीय अधिकारियों से उचित कार्यवाही की मांग की है। बैठक में रजनी, अनीता, बाला, रेखा, कुसुम, इकबाल कौर, पोला, इंद्रा, कमलेश, मधु, बिरमा, मन्नो, रेनू, संगीता, निर्मला खत्री, बीना, रपामो, नीलम, माधुरी तोमर आदि मौजूद रहे।