पंद्रह लाख की ठगी करने वाला फर्जी एसडीएम गिरफ्तार

देहरादून। प्रेमनगर पुलिस ने जमीन आवंटित कराने के नाम पर पंद्रह लाख की ठगी करने वाले फर्जी एसडीएम को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से दो लाख रुपये बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रेमनगर थाने में अश्वनी कुमार निवासी कोटड़ा संतौर ने फर्जी एसडीएम बनकर ठगी करने वाले सौरभ बहुगुणा पुत्र अश्वनी श्रीवास्तव पुत्र रामचंद्र लाल निवासी 165 बी हबीबपुरा चौटगंज वाराणसी उत्तरप्रदेश, उसके साथी पंकज शर्मा, पिंकी, कमल धामी व राजस्व पटवारी पर मिलीभगत कर षड्यंत्र रचने और धोखाधड़ी का आरोप लगाया।
आरोप था कि अश्वनी ने साथियों के साथ मिलकर सौरभ को ग्राम समाज की भूमि उनके नाम आवंटित करने का झांसा दिया और इसके बदले बीस लाख की मांग की। सौरभ ने पंद्रह लाख की रकम आरोपियों को दे दी लेकिन जमीन आवंटित नहीं होने पर आरोपियों ने मोबाइल फोन बंद कर लिए थे। इस पर सीओ प्रेमनगर दीपक के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। 11 जनवरी को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी अश्वनी सुद्दोवाला के पास देखा गया है। सूचना पर एसओ धर्मेंद्र रौतेला के नेतृत्व में एसआई संदीप कुमार, एसआई सचिन पुंडीर ने आरोपी अश्वनी को सुद्दोवाला से गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी के पास से दो लाख इक्कीस सौ रुपये, पांच फोन, एटीएम कार्ड आदि सामान बरामद किया है।
आखिर कौन है पटवारी
एसओ धर्मेंद्र रौतेला ने बताया कि सौरभ ने एक पटवारी का नाम भी तहरीर में दिया है। पटवारी असली है या फर्जी, इसकी जांच की जा रही है। आरोप है कि पटवारी बनकर एक व्यक्ति ने ग्राम समाज की भूमि की पैमाइश भी की थी।
पीसीएस की परीक्षा दी
देहरादून। आरोपी अश्वनी ने बयान दिया कि उसने स्नातक की पढ़ाई की है। पढ़ाई के बाद अश्वनी ने सरकारी नौकरी के लिए पीसीएस की परीक्षा भी दी लेकिन वह उत्तीर्ण नहीं हो सका था।