दो दिवसीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला का हुआ समापन

अल्मोड़ा। डॉ आर एस टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा आयोजित दो दिवसीय आपदा प्रबंधन कार्यशाला का बृहस्पतिवार को विकास भवन सभागार में मुख्य चिकित्साधिकारी आर सी पंत की उपस्थिति में शुभारंभ किया गया। अंतिम दिवस में मास्टर ट्रेनर डॉ ओम प्रकाश ने प्रतिभागियों को आपदा प्रबंधन के महत्व और समाज में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदाएं अचानक आती हैं और उनका प्रभाव विनाशकारी हो सकता है। ऐसे में आपदा के समय में तत्पर और सही प्रतिक्रिया देने से जनहानि और संपत्ति के नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि महानिदेशक डॉ आरएस टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी बी पी पाण्डे के दिशा निर्देशों में जनपद अल्मोड़ा में आपदा जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आपदा के समय तत्परता और कुशलता से कार्य करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल का विकास करना है। इस कार्यशाला में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, पीआरडी जवानों और आशा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। अग्निशमन अधिकारी वंश नारायण यादव ने आग बुझाने के उपकरणों के सही उपयोग, आग लगने की स्थिति में बचाव के तरीकों, और आपातकालीन स्थितियों में अपनाई जाने वाली सावधानियों पर विस्तृत जानकारी दी। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) द्वारा प्रतिभागियों को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहने ट्रेनिंग दी गई। कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए और उन्हें आपदा प्रबंधन के महत्व को समझने और समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्साधिकारी आर सी पंत, अग्निशमन अधिकारी, एसडीआरएफ सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।