वार्ड में भर्ती मरीजों की 72 घंटे बाद होगी कोरोना जांच

ऋषिकेश। सरकारी अस्पताल के पुरुष और महिला वार्ड में भर्ती रोगी को अब 72 घंटे बाद कोरोना जांच जरूर करानी पड़ेगी। कोविड के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के मद्दनेजर स्वास्थ्य महकमे ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यही नहीं आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सेंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 15 दिन के भीतर सरकार की अधिकृत लैब में भेजा जाएगा। सरकारी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. विजयेश भारद्वाज ने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के देश में बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय ने सोमवार को वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से कोरोना के नए वेरिएंट की रोकथाम और संक्रमण के बचाव के लिए गाइडलाइन पर चर्चा की।

अस्पताल के समस्त स्टाफ को कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के लिए निर्देशित कर दिया है। किसी भी बीमारी के उपचार के लिए वार्ड में भर्ती प्रत्येक मरीज को 72 घंटे बाद आरटीपीसीआर कराना अनिवार्य किया गया है। साथ ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल के चिकित्सकों, स्टाफ नर्स आदि को आईसीयू संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। ओपीडी में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच होगी। सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन कराना होगा। यह सभी व्यवस्थाएं मंगलवार से लागू कर दी जाएगी।

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