वीपीकेएएस अल्मोड़ा तथा शेर ए कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
अल्मोड़ा। विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा एवं एवं शेर ए कश्मीर कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय श्रीनगर कश्मीर के बीच 25 अक्टूबर को शोध कार्य हेतु समझौता ज्ञापन हुआ। शेर ए कश्मीर विश्वविद्यालय तथा विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के मध्य इस समझौते के अन्तर्गत दोनों अपने अपने अधिदेश के अनुसार शोध कार्यों में परस्पर सहयोग करेंगे। इसके अतिरिक्त शेर ए कश्मीर विवि कश्मीर के स्नातकोत्तर शोधार्थी पर्वतीय कृषि के विभिन्न विषयों पर वीपीकेएएस अल्मोड़ा में शोध कार्य कर सकेंगे। साथ ही राष्ट्रीय कार्यक्रमों में दोनों एक दूसरे को वैज्ञानिक व तकनीकी सहयोग प्रदान करेंगे। कश्मीर हेतु संस्तुत वीएल प्रजातियों का बीजोत्पादन भी कश्मीर में करना इस समझौते के अन्तर्गत है। दोनों संस्थान किसान मेले व प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन भी कश्मीर में संयुक्त रूप से करेंगे तथा वैज्ञानिक ज्ञान, सूचना जैसे शोध प्रकाशनों में भी एक दूसरे को सहयोग देंगे। इसके अतिरिक्त वीपीकेएएस अल्मोड़ा की प्रजातियों का केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में प्रसार करने के उद्देश्य से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता के अन्तर्गत कृषि विभाग एवं कृषकों की मांग की आपूर्ति करने हेतु शेर ए कश्मीर विवि वीपीकेएएस अल्मोड़ा द्वारा विकसित गेहूँ, जौ, मक्का, धान, दलहन, तिलहन, श्री अन्न व पोषण फसलों व सब्जी फसलों की प्रजातियों के ब्रीडर/न्यूक्लियस बीजों का उत्पादन कर उन्हें कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग द्वारा निर्धारित दरों पर कृषि विभाग व कृषकों को उपलब्ध कराएगा। यह समझौता 2023 से 2028 तक वैध होगा। समझौता ज्ञापन पर संस्थान निदेशक डॉ. लक्ष्मीकान्त एवं शेर ए कश्मीर विवि के निदेशक शोध प्रो. एच आर नाईक द्वारा हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के अवसर पर शेर ए कश्मीर विवि के कुलपति प्रो डॉ. नजीर अहमद गनई, निदेशक प्रसार तथा अन्य अधिकारियों एवं भाकृअनुप-विपकृअसं, अल्मोड़ा के प्रभागाध्यक्ष, फसल सुधार डॉ. निर्मल कुमार हेडाऊ की उपस्थिति में हुए।