विवादित और क्षतिग्रस्त पिलरों ‌की नियमित गश्त करेगा भारत-नेपाल

चम्पावत। अंतराष्ट्रीय सीमा पर विवादित और क्षतिग्रस्त पिलरों की दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां नियमित गश्त करेंगी। इसके अलावा बीते दिनों क्षतिग्रस्त किए गए पिलर पर दोनों देशों ने अपने स्तर से एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बीते शुक्रवार को नेपाल के महेंद्रनगर में आयोजित हुई दोनों देशों के प्रशासनिक अफसरों की बैठक में सीमा विवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठा। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि बूम से लेकर ब्रह्मदेव-मटेना तक कई पिलर ऐसे हैं जो कि सीमा विवाद का कारण रहे हैं। जिन्हें हल करने की कोशिश की जा रही है। बताया कि सीमा पर यथास्थिति बनाए रखने के लिए बैठक में नियमित सुरक्षा एजेंसियों की गश्त करने की बात रखी गई। एसडीएम ने बताया कि भारत-नेपाल की सर्वे टीम जल्द सीमा स्तंभों का अवलोकन करके रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। जिसके बाद विवाद के सुलझने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों सीमा पर क्षतिग्रस्त किए गए पिलर की रिपोर्ट भी भारत सरकार को भेजी गई है। मामले में दोनों देशों ने अपने स्तर से एफआईआर करके जांच शुरु कर दी है। ब्रह्मदेव में बीते एक दशक में कई बार सीमा विवाद हुआ है। यहां पर करीब 30 साल से 811 नंबर का मुख्य पिलर गायब है। जिसे दोनों देश एक दूसरे की भूमि पर बताते आए हैं।