वर्चुअल कार्यशाला में जलवायु परिवर्तन पर की गई चर्चा
नई टिहरी(आरएनएस)। पीजी कालेज नई टिहरी की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में रविवार को राष्ट्रीय स्तरीय ऑनलाइन (वर्चुअल) कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उत्तराखंड में विभिन्न जलवायु आपदाओं को प्रभावित करने वाली वस्तुओं पर चर्चा की गई। कार्यशाला को बतौर मुख्य वक्ता उत्तरकाशी के जिला युवा अधिकारी अविनाश कुमार सिंह और एसआरटी परिसर टिहरी के छात्र आयुष वर्मा ने संबोधित किया। अविनाश कुमार सिंह और आयुष वर्मा ने बताया की कैसे पर्यावरण संरक्षण को गांव में स्वरोजगार के साथ जोड़ा जाए। इसके लिए समाज को इस विषय पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कहा कि जलवायु परिवर्तन को समझने के साथ ही इसे रोकने के उपायों पर गौर किया जाना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले पर्यावरण संरक्षण पर फोकस किया जाना जरूरी है। कार्यशाला आयोजन के अध्यक्ष डा. एलआर डंगवाल ने बताया की अगर हमें जलवायु परिवर्तन पर अंकुश लगाना है, तो पारंपरिक जड़ों से जुड़ना होगा। कार्यक्रम के संयोजक डा. पीसी पैन्यूली ने बताया की हमें पारंपरिक स्रोतों के साथ सतत किकास की और बढ़ना होगा। उन्होंने पलायन को अनियंत्रित वनाग्नि का एक कारण बताते हुए कहा कि वनों को आम जनों से जोड़ने के लिए पौराणिक पहल होनी चाहिए। कार्यशाला में डा पिया राय चौधरी, तरसीम लाल, मीनाक्षी रावत सहित जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, मणिपुर और नागालैंड राज्यों से जुड़े छात्रों संवाद किया।