विधिक जागरूकता शिविर आयोजित, नशीली दवाओं के दुष्परिणाम बताए

अल्मोड़ा। अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस और दो दिवसीय सुरक्षित दवा: सुरक्षित जीवन अभियान के तहत गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा द्वारा विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। ये शिविर रैम्जे इंटर कॉलेज और लधौली गांव में आयोजित किए गए। कार्यक्रम का संचालन प्राधिकरण की सचिव शचि शर्मा ने किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नशीली दवाओं के दुष्परिणाम, उनकी रोकथाम, सुरक्षित दवाओं के प्रयोग, नालसा हेल्पलाइन 15100, नालसा, सालसा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली, निशुल्क विधिक सहायता की प्रक्रिया और आपदा पीड़ितों को सहायता प्रदान करने संबंधी नालसा योजना-2010 के बारे में जानकारी दी गई। जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से अभियान संबंधी पंपलेट भी वितरित किए गए। शिविर में अधिकार मित्र भी मौजूद रहे। अभियान के तहत अल्मोड़ा शहर के विभिन्न मेडिकल स्टोरों का संयुक्त आकस्मिक निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण टीम में सचिव शचि शर्मा के साथ सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर मीनाक्षी बिष्ट, ड्रग इंस्पेक्टर पूजा जोशी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद जंगपांगी शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान कई मेडिकल स्टोरों में एक्सपायरी दवाओं की जांच की गई और दुकानों के लाइसेंस व अन्य व्यवस्थाएं परखी गईं। टीम ने पाया कि कुछ मेडिकल स्टोरों में एक्सपायरी दवाओं के लिए अलग से बॉक्स नहीं बनाए गए थे, सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे थे और कुछ जगहों पर साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब थी। दवाइयां अव्यवस्थित रूप से रखी गई थीं, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक हो सकती हैं। इस पर सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देश दिए गए कि वे नियमानुसार एक्सपायरी बॉक्स बनाएं, ग्राहकों को बिल अनिवार्य रूप से दें, दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगाएं और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करें।