शोधार्थी आशीष और वीरा संस्था ने माहवारी के प्रति जागरूकता लाने के लिए शुरू की विशेष पहल

जीआईसी जसकोट में छात्रों के द्वारा छात्राओं को वितरित किये सेनिटरी पैड्स

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय से प्रो० इला साह के मार्गदर्शन में शोध कर रहे शोधार्थी आशीष और वीरा संस्था के राहुल ने अल्मोड़ा जिले की जागेश्वर विधानसभा के दूरस्थ क्षेत्र जसकोट स्थित जीआईसी जसकोट में माहवारी को लेकर जागरूकता अभियान और सैनिटरी पैड वितरण कार्यक्रम आयोजित किया।
शोधार्थी आशीष ने बताया कि वो और वीरा संस्था पिछले एक माह से माहवारी से सम्बंधित जागरूकता कार्यक्रमों को साथ में संचालित कर रहे हैं। वीरा संस्था की मदद से कार्यक्रम में मौजूद छात्र छात्राओं एवं अन्य को सेनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाते हैं।
बतातें चलें कि माहवारी को लेकर आशीष की टीम का काम पिछले 3 वर्षों से संचालित हो रहा है। छोटी सी टीम के साथ वो अलग अलग जिलों, विद्यालयों, संस्थाओं में अभियान चला चुके हैं।
जीआइसी जसकोट में हुए कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि यहाँ उन्होंने छात्रों के द्वारा छात्राओं को सेनिटरी नैपकिन वितरित करवाये। इस दौरान आशीष ने कहा कि हम शुरुआत से ही इस बात पर जोर देते हुए आये हैं कि ये मुद्दा सिर्फ छात्राओं से जुड़ा नहीं है अपितु इसे लेकर छात्रों को जागरूक करना और भी आवश्यक है।
पत्रकारिता के विद्यार्थी मयंक ने बताया कि माहवारी के प्रति समाज में जागरूकता होना नितान्त आवश्यक है, पर सिर्फ जागरूकता ही इस विषय का समाधान नहीं है इसके लिए उन्हें छात्राओं, महिलाओ को नियमित रूप से सेनिटरी पैड्स भी उपलब्ध करवाने होंगे, अन्यथा महिलाओं को अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
मयंक ने बताया कि आने वाले समय में उनकी टीम अलग अलग प्रोजेक्ट को लेकर काम करने के लिए रोड मैप तैयार कर रही है।
वीरा संस्था की ओर से कार्यक्रम में राहुल ने कहा कि ये मुद्दा आज भी संकुचित रूप से देखा जाता है इसलिए इसके प्रति जागरूकता कार्यक्रम का होना नितान्त जरूरी है उन्होंने ये भी बताया कि वो पिछले कुछ समय से वीरा संस्था से जुड़े हैं और आशीष को माहवारी सम्बंधित कार्यक्रमों में हर संभव मदद करवाने का प्रयास करवा रहे हैं। राहुल ने आगे बताया कि वीरा संस्था के संस्थापक विनोद डोबाल ने आशीष को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
इसके अतिरिक्त उन्होने वीरा संस्था पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वीरा माहवारी के अतिरिक्त भी कड़ाई, बुनाई, लोकसंस्कृति को आगे बढ़ाने हेतु भी प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका गरिमा राणा द्वारा किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम में जीआईसी जसकोट के प्रधानाचार्या जयप्रकाश आर्या, रमेश चंद्र धपोला, राजेंद्र कुमार जोशी, पुष्पा जीना, नीलिमा कोहली, सवित सिंह जनौटी, देवेंद्र कुमार आर्य, अनीता धौनी, मतीन बिंदु, शिव सिंह गैड़ा, रेखा आर्या, पूजा रौतेला, सूचेता डोभाल आदि मौजूद रहे।