Site icon RNS INDIA NEWS

सूर्य ग्रहण के चलते 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा गोवर्धन पूजा का पर्व

हरिद्वार। देश के प्रसिद्ध ज्योतिष संस्थानों में से एक ब्रज किशोर ज्योतिष संस्थान, प्रताप चौक सहरसा के संस्थापक ज्योतिषचार्य पंडित तरुण झा के अनुसार दिपावली के अगले दिन 25 अक्टूबर दिन मंगलवार को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। यह सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। सामान्य तौर पर दिपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। दिपावली 24 अक्टूबर को मनायी जाएगी। इस हिसाब से 25 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाना चाहिए। परंतु इस बार सूर्य ग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी। खगोल शास्त्र के अनुसार जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी लगभग एक सीध में आ जाते हैं। तो इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं। सूर्य ग्रहण अमावस्या तिथि पर लगता है। धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले प्रारंभ हो जाता है। चूंकि भारत में सूर्य ग्रहण (मिथिला क्षेत्र) के अनुसार संध्या 4.43 बजे से दिखाई देगा और संध्या 5.20 तक रहेगा। ऐसे में भारत में इसका सूतक काल सुबह 4.30 बजे से मान्य होगा। सूर्य ग्रहण मे दूध या भंडार के अन्न पर कुश या तुलसी पत्र रखा जाय तो सूर्यग्रहण का बिलकुल असर नहीं होता है। साथ ही भजन, कीर्तन, जप किया जाय तो लाभप्रद होगा। लेकिन ध्यान रहें ईश्वर की मूर्ति का स्पर्श ना करें। सूर्यग्रहण खत्म होने के बाद शुद्धिकरण के लिए गंगाजल से स्नान अवश्य करें।


Exit mobile version