सुरई रेंज में बाघ को ट्रेस करने के लिए लगाए गए कैमरे

रुद्रपुर। सुरई वन रेंज में बाघ द्वारा एक युवक को मारे जाने के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को वाइल्ड लाइफ की टीम खटीमा पहुंची। टीम ने घटनास्थल के आसपास कैमरे लगावाए। रेंजर आरएस मनराल ने कहा कि घटनास्थल के पास पतझड़ होने के कारण बाघ के पंजों के निशान नहीं मिल पाए हैं। इससे बाघ की पहचान नहीं हो पा रही है, इसलिए यहां कैमरे लगाए गए हैं। रविवार की रात शौच को गए झाउपरसा निवासी रंजीत कुमार (24 वर्ष) पुत्र कांता प्रसाद पर जंगल में बाघ ने हमला कर मार दिया था। बाघ ने रंजीत का एक पांव और धड़ खा लिया था। सोमवार को रंजीत का शव सुरई के जंगल में उसके घर से 200 मीटर दूरी पर मिला था। अब तक जो भी लोग बाघ के हमले में मारे गए, उनके शरीर को बाघ ने नुकसान नहीं पहुंचाया था। रेंजर मनराल ने बताया कि बाघ की पहचान उसके पंजों के निशान से की जाती है, लेकिन इस समय पतझड़ होने के कारण पंजों का पता नहीं चल रहा है, इसलिए जंगल में ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं। ट्रैप कैमरे से बाघ की पहचान की जा रही है। बाघ के हर मूवमेंट को चेक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हल्दी में केवल सिंह को मारने वाले स्थान पर भी ट्रैप कैमरे लगाए गए थे, लेकिन यहां पर बाघ दोबारा नहीं दिखाई दिया।


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