
ऋषिकेश। चार दिनों से ऋषिकेश में राफ्टिंग का संचालन बंद है। इसका असर गंगा घाटी में संचालित कैंपों पर भी पड़ता दिख रहा है। पर्यटकों की संख्या तेजी से घटने लगी है। कैंप संचालकों का कारोबार 50 प्रतिशत का घट गया है। गंगाघाटी में राफ्टिंग ऋषिकेश की आर्थिकी की रीढ़ बन गया है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से करीब तीन हजार से अधिक लोगों का रोजगार जुड़ा है। चारधाम यात्रियों के अलावा वीकेंड पर दिल्ली, एनसीआर समेत अन्य राज्यों के पर्यटक और श्रद्धालु यहां पर राफ्टिंग को सबसे मुफीद स्थान मानते हैं। लेकिन बीते चार दिनों से राफ्टिंग बंद होने के कारण फिर से पर्यटकों की संख्या यहां घटी है। अब कम पर्यटक यहां पर घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। कैंप संचालक वैभव थपलियाल का कहना है कि राफ्टिंग की वजह से कैंप, होटल रिसॉर्ट कारोबार पर सीधा असर पड़ता है। बीते चार दिनों में यहां पर्यटकों की संख्या 50 प्रतिशत तक घटी है।