
रुड़की। पुलिस प्रशासन ने ब्राह्मणवाला में सहमति के बाद सरकारी जमीन से आंबेडकर प्रतिमा हटाकर ग्रामीण के सुपुर्द कर दी थी। देरशाम कुछ लोगों ने प्रतिमा फिर वहीं रख दी। पता चलने पर पुलिस-प्रशासन ने रात ढाई बजे प्रतिमा कब्जे में ली और वहां से हटा दी। इस दौरान ग्रामीणों से उनकी गहमागहमी भी हुई। खानपुर के ब्राह्मणवाला में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा रख दी थी। इस पर तनाव हुआ तो पुलिस-प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर वार्ता की और फिर सहमति के आधार पर प्रतिमा वहां से हटाकर गांव के व्यक्ति की सुपुर्दगी में दे दी। इसके बाद पुलिस प्रशासन लौट गया। देर शाम दूसरे पक्ष ने शिकायत की कि प्रतिमा फिर से वहीं रख दी गई है। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने पहले पूरी रणनीति तैयार की और फिर रात करीब ढाई बजे भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गई। उस समय भी प्रतिमा रखने वाले कई लोग और महिलाएं वहीं पर मौजूद थे। पुलिस और प्रशासन के लोग प्रतिमा को वहां से उठाने लगे तो वे लोग बिफर गए। उनकी पुलिसकर्मियों के साथ काफी गहमागहमी भी हुई। पुलिस प्रशासन ने प्रतिमा को वहां से हटाकर अपने कब्जे में ले लिया।


