
डीआईजी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंपी
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस के बड़े अफसर पर छात्र से मारपीट और सिगरेट से दागने के आरोप लगे हैं। पीडि़त पक्ष ने पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था से मिलकर जांच और कार्रवाई की मांग की है। वहीं, डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने मामले की जांच एसपी सिटी श्वेता चौबे को सौंपी है। विजय पार्क निवासी अंगद अरोड़ा ने डीजी लॉ कानून व्यवस्था अशोक कुमार से बुधवार की देर सायं मुलाकात कर शिकायती पत्र दिया। अंगद अरोड़ा ने उन्हें बताया कि उनका 18 वर्षीय बेटा ग्यारहवीं का छात्र है। मंगलवार की दोपहर को उत्तराखंड पुलिस के एक अफसर ने बेटे को फोन कर बिंदाल चौकी आने के लिए कहा था। छात्र ने पिता को साथ लाने की बात कही थी, जिस पर पुलिस अफसर ने अकेले आने को कहा। दोपहर दो बजे छात्र अकेले बिंदाल चौकी पहुंच गया। आरोप है कि यहां कुछ देर के बाद पुलिस की वर्दी में पहुंचे पुलिस अफसर ने छात्र के साथ मारपीट की। चार पुलिसकर्मियों ने छात्र के साथ बदसलूकी की। आरोप है कि पुलिस अफसर ने जलती सिगरेट से युवक के दाहिने हाथ में दाग दिया। करीब पैंतालिस मिनट उत्पीडऩ के बाद छात्र को छोड़ दिया। घर पहुंचकर छात्र ने अपने परिजनों को प्रकरण के बारे में जानकारी दी। डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने मामले का संज्ञान लिया और जांच के निर्देश दिए हैं। डीआईजी ने कैंट कोतवाली प्रभारी संजय मिश्रा और बिंदाल पुलिस चौकी प्रभारी विवेक राठी को बुलाकर रिपोर्ट ली है।
मामला संज्ञान में आया है। एसपी सिटी श्वेता चौबे को प्रकरण की जांच सौंपी है। -डीआईजी, अरुण मोहन जोशी