पटना से रांची के बीच कब चलेगी वंदे भारत? किन स्टेशनों पर होगा पड़ाव

नई दिल्ली। दक्षिण-पूर्वी रेलवे (एसईआर) के अधिकारियों ने मंगलवार (2 मई) को संकेत दिया कि झारखंड की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस के मई के अंत तक चालू होने की उम्मीद है। यह ट्रेन रांची और पटना के बीच चलने वाली है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, उनकी ओर से ऑपरेशनल लॉन्च की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और रेलवे बोर्ड से औपचारिक सूचना का इंतजार किया जा रहा है। वंदे भारत रांची और पटना के बीच की दूरी लगभग छह घंटे में तय करेगा, जो इस रूट में एक बड़ा सुधार साबित होगा। इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें अपनी यात्रा पूरी करने में नौ घंटे से अधिक का समय लगती हैं।
रांची मंडल रेल प्रबंधक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि रूट, ट्रेन के शुरू होने का समय और अन्य विवरणों के बारे में विचार किया जा रहा है। रांची-हावड़ा मार्ग को मूल रूप से शताब्दी एक्सप्रेस की जगह 2020-21 में कमर्शियल ट्रेन चलाने के लिए चुना गया था। हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार रांची और मुरी रेलवे स्टेशनों के बीच जटिलताओं के कारण इस मार्ग को रद्द कर दिया गया था।
वंदे भारत ट्रेन का रखरखाव रांची रेलवे डिवीजन द्वारा हटिया में अपने डिपो में किया जाएगा। रांची रेलवे मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, रखरखाव को आसान बनाने के लिए एक अलग लाइन चालू की गई है। इसके लिए डिपो के कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी पूरा हो चुका है।

कहां हो सकता है पड़ाव?
हालांकि, रूट के संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन रेलवे तातिसिलवाई-बरकाकाना-हजारीबाग-कोडरमा रूट के जरिए ट्रेन चलाने पर विचार कर रहा है। ऐसा बताया जा रहा है पटना से रांची के बीच ट्रेन 5 स्टेशनों पर रुकेगी जिसमें गया और हजारीबाग जैसे स्टेशन शामिल हैं। 180 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने में सक्षम आठ कोच वाली ट्रेन पहले से ही देश भर में 14 मार्गों पर चल रही है, यह भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण का एक शानदार उदाहरण है, जिसके जरिए हाई-स्पीड रेल यात्रा संभव हो पाई है। वंदे भारत की यात्रा को लग्जरी और हवाई यात्रा जैसा आरामदा बनाया गया है। वंदे भारत एक्सप्रेस ने यात्रा के समय को कम कर दिया है और यात्रियों के लिए ट्रेन यात्रा को और अधिक आरामदायक बना दिया है। साथ ही यात्रियों के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस काफी लोकप्रिय भी हो रही है।