पाबंदी हटते ही नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वालों की लगी भीड़
रुडकी। प्रदेश में रोजाना दो हजार लोगों के आने की शर्त खत्म हो जाने के बाद प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा होने लगा है। काफी लंबे समय से प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या सीमित कर दी गई थी। जिसके बाद से प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या काफी हद तक कम हो गई थी। लेकिन अब सरकार ने कुछ शर्तों के साथ प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या पर पाबंदी को हटा दिया। रविवार को प्रदेश के नारसन बॉर्डर पर बाहर से आने वाले लोगों की काफी भीड़ देखी गई। यहां पर बने थर्मल स्क्रीनिंग सेंटर और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में भीड़ के कारण लोगों को काफी वक्त गुजारना पड़ा। शर्त खत्म हो जाने के बाद आने वाले दिनों में प्रदेश में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं प्रदेश में एंट्री करने वाले बाहरी लोगों के बॉर्डर पर कोरोना वायरस के सैंपल भी कराए जा रहे हैं। बॉर्डर पर रविवार को सैकड़ों की संख्या में लोगों के सैंपल कराए गए। नारसन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. विवेक कुमार तिवारी ने बताया कि रविवार को नारसन ब्लॉक से करीब दो सौ लोगों के सैंपल कराए गए। टीम में डॉक्टर मोहम्मद उस्मान, अनुज कुमार आदि लोग शामिल रहे। बताया कि सैंपल की प्रक्रिया में लगातार तेजी लायी जा रही है।
टैंकर का पानी पीने से मना कर रहे लोग
नारसन बॉर्डर पर बनाए गए थर्मल स्क्रीनिंग और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सेंटर पर बाहर से आने वाले लोगों को प्रक्रिया पूरी कराने में काफी समय लग जाता है। लेकिन यहां की कुछ व्यवस्थाओं में परेशानी आ रही है। पीने के पानी के लिए प्रशासन की ओर से मुहैया कराए गए टैंकर से कोई पानी पीने के लिए तैयार नहीं है। दिल्ली से आए राजीव कुमार ने बताया कि बच्चों के लिए काफी दूर जाकर खरीद कर पानी लाना पड़ा। इसी तरह यहां मौजूद कर्मचारियों को भी खाने-पीने की समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है।