निरंजनपुर के शिक्षक को सीएम ने किया सम्मानित

रुड़की। निरंजनपुर के शिक्षक चंद्रपाल धीमान को सरकार ने इस साल बोधिसत्व मंथन संवाद के लिए चयनित किया है। सोमवार को जिले के 7 अन्य शिक्षकों संग देहरादून पहुंचे चंद्रपाल ने शिक्षा को ज्यादा प्रभावी और रुचिकर बनाने के लिए मुख्यमंत्री को कई सुझाव दिए। बाद में सीएम ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस्माइलपुर के चंद्रपाल धीमान 2003 में सरकारी शिक्षक बने। 2008 से वे लक्सर के राजकीय इंटर कॉलेज निरंजनपुर में सहायक अध्यापक हैं। यहां उन्होंने कुछ अलग करने की ठानी, और इसकी शुरूआत वृक्षारोपण से की। साथी शिक्षकों के सहयोग से उन्होंने कॉलेज परिसर में बॉटल पाम, गोल्डन साइप्रस, साइकस, चंपा, चमेली के 1000 पौधे लगाए। 2018-19 में उनके कॉलेज को जिले का विद्यालय स्वच्छता पुरस्कार व चंद्रपाल को श्रेष्ठ संवेदनशील शिक्षक का पुरस्कार मिला।

इस दौरान वे मिड डे मील के प्रभारी थे। 2020 में केंद्रीय टीम ने मिड डे मील की जांच कर उनके कॉलेज को कॉलेज को पहला स्थान दिया। इसके लिए उन्हें प्रदेश स्तरीय मिड डे मील गुणवत्ता पुरस्कार और कॉलेज को श्रेष्ठ विद्यालय पुरस्कार मिला। इस बीच उन्होंने लाठरदेवा (हरिद्वार) की निजी कंपनी से बातचीत कर बच्चों के लिए फर्नीचर लिया। जल निगम से संपर्क कर कॉलेज में नलकूप लगवाकर दस जगह स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति कराई। पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से उन्होंने कॉलेज परिसर में सड़क, बेंच लगवाई। इस साल उन्हें बोधिसत्व मंथन संवाद के लिए चयनित किया गया था।
सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संवाद के लिए चयनित जिले के आठ शिक्षकों से शिक्षा को अधिक प्रभावी और रूचिकर बनाने के लिए सुझाव जाने। चंद्रपाल ने बताया कि उन्होंने स्कूल के परिवेश को आकर्षक बनाने की राय दी है, ताकि बच्चे रूचि के साथ स्कूल आएं। बाद में सीएम धामी ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।

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