निधन के बाद भी मानवसेवा की मिसाल बने दून के राजवंशी दंपति

देहरादून। देहरादून में एक दंपति ने मानवसेवा की मिसाल अपने निधन के बाद भी पेश की है। पत्नी ने जहां देहदान की थी, तो शुक्रवार को निधन के बाद पति की देहदान परिजनों ने कर दी। दून के दंपति का पार्थिव शरीर अब चिकित्सा विज्ञान के काम आएगा।
बसंत विहार निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल राजवंशी के पिता प्रीतम सिंह राजवंशी का गुरुवार रात निधन हो गया। वह उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त थे। उन्होंने मरणोपरांत देहदान की इच्छा व्यक्त की थी, उनकी इच्छा के मुताबिक परिजनों ने एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज पटेलनगर को उनका पार्थिव शरीर सुपुर्द कर दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता, व्यापार मंडल संरक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि प्रीतम राजवंशी बड़े मृदुल स्वभाव के थे, तीन साल पूर्व उनकी पत्नी सुषमा राजवंशी ने अपनी देह दान का संकल्प लिया था, उनकी देह भी दान दे दी गई थी। कहा कि समाज में इस तरह की मिसाल कम ही देखने को मिलती है। सभी को मानवता एवं समाज की सेवा के लिए इनसे सीख लेनी चाहिए। इस दौरान बार काउंसिल ऑफ उत्तराखंड सदस्य राकेश गुप्ता, देहरादून बार काउंसिल अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, सचिव अनिल शर्मा, अधिवक्ता शिवा वर्मा, पवन सुब्बा, सौरभ देवियाल, राजीव अग्रवाल, राजीव गर्ग आदि ने श्रद्धांजलि दी।

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