
चम्पावत(आरएनएस)। शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत की ओर से एक हजार अतिथि शिक्षकों की भर्ती किए जाने की घोषणा का विरोध शुरू हो गया है। इस संबंध में वर्तमान में स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री की घोषणा का विरोध किया है।अतिथि शिक्षकों का कहना है कि सरकार की ओर से अतिथि शिक्षकों के साथ यूज एंड थ्रो की नीति अपनाई जा रही है। हाल ही में हुए स्थानांतरणों से उपजने वाले जन असंतोष को शांत करने के लिए ही यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है। प्रदेश में बीते नौ सालों से कार्यरत 4200 अतिथि शिक्षकों के लिए कोई भी नीति नहीं बनाई गई है। अतिथि शिक्षकों की मानदेय बढ़ाए जाने की मांग को दरकिनार करते हुए प्रदेश के कुछ हिस्सों में दीर्घकालिक अवकाश का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। विरोध जताने वालों में चंचल सिंह कुंवर, दिनेश पोखरिया, सुनील प्रहरी, विनोद कुमार, अशोक कुमार, विजय सिंह आदि अतिथि शिक्षक शामिल रहे।