मिनिस्टीरियल कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया

देहरादून। मांगों को लेकर मुखर मिनिस्टीरियल कर्मियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कार्मिकों ने पहले चरण में बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया गया। कार्मिकों ने आगामी पांच अप्रैल से दो घंटे का कार्य बहिष्कार का एलान किया है। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेज एसोसिएशन के प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत शनिवार को दून स्थित सभी कार्यालयों में मिनिस्टीरियल संवर्ग के कर्मचारियों ने सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन किया। सुबह सैकड़ों कर्मचारी यमुना कॉलोनी में एकत्रित हुए और काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। प्रांतीय अध्यक्ष सुनील दत्त कोठारी व महामंत्री पूर्णानंद नौटियाल ने आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि यदि सरकार मिनिस्टीरियल कार्मिकों की मांगों को अमल में नहीं लाती तो द्वितीय चरण में पांच से आठ अप्रैल तक प्रदेश के समस्त मिनिस्टीरियल कर्मी दो घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार शीघ्र वार्ता कर मिनिस्टीरियल कार्मिकों की मांगों पर कार्रवाई करे। जिला अध्यक्ष पंचम सिंह बिष्ट व जिला सचिव सुभाष रतूड़ी ने कहा कि संगठन के आह्वान पर देहरादून, ऋषिकेश, विकासनगर, कालसी, चकराता आदि स्थानों पर मिनिस्टीरियल संवर्ग के कर्मचारियों विरोध प्रदर्शन किया। यदि सरकार का रवैया उदासीन रहा तो 12 मार्च को समस्त जिलों में एक दिवसीय धरना देते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा। इसके बाद प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक बुलाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर विचार किया जाएगा। इस दौरान सुरेंद्र प्रसाद बछेती, महावीर सिंह तोमर, प्रवेश सेमवाल, बलराम कुर्मी, केदार सिंह फरस्वाण, सुनीता रावत, कुसुमा मिया, नीतू गैरोला, अंजना गुप्ता, बीना रावत, त्रिलोक रावत, सुधीर कुमार, राजेंद्र सिंह राय, जयप्रकाश, रामचंद्र जोशी, संदीप जोशी आदि उपस्थित थे।


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