मानदेय नहीं मिलने से मनरेगा श्रमिकों पर आर्थिक संकट
अल्मोड़ा। मनरेगा श्रमिकों से मानदेय नहीं मिलने के चलते रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। सोमवार को पंचायत प्रतिनिधि एवं मनरेगा श्रमिकों ने कांग्रेस नेता मदन सिंह बिष्ट के माध्यम से जिला पंचायत अध्यक्ष उमा सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि मनरेगा के तहत गांवों में सामग्री एवं श्रमिकों का मानदेय नहीं मिलने से पंचायत कार्य बाधित होने के साथ श्रमिकों को आर्थिक संकट से जूझना पढ़ रहा है। इस दौरान कांग्रेस नेता मदन सिंह बिष्ट ने पंचायत जनप्रतिनिधियों से कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष सहित स्वयं भी सरकार को मनरेगा श्रमिकों एवं इससे प्रभावित हो रहे कार्यो के बारे में अवगत कराने का भरोसा दिया। बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस के शासन काल में मनरेगा के माध्यम से गांवों रोजगार सृजन एवं विकास के नये आयाम स्थापित करने के उद्देश्य से ही इस योजना की शुरूआत की गई थी। लेकिन वर्तमान कोरोना काल में सत्तासीन सरकारें योजना के क्रियान्वयन में असफल साबित हो रही है। इस दौरान ग्राम प्रधान नौलाकोट रमेश सिंह बोरा, रवाड़ी की सुमन देवी, नायल के जीवन लाल, भतौंरा की नीमा कैड़ा, राजेन्द्र सिंह सहित रावलसेरा, ईड़ाशेरा, नौलाकोट, डोटलगांव, नौसार, कामा, बिंता आदि के प्रतिनिधि शामिल रहे।