एलयूसीसी पीड़ित महिलाओं ने सीएम से नहीं मिलाने पर हाईवे जाम किया

श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। एलयूसीसी ठगी मामले को लेकर आंदोलित महिलाओं ने शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे मुख्यमंत्री धामी से न मिलने दिए जाने पर जमकर बवाल काटा। इस दौरान महिलाओं ने करीब दो घंटे तक एनएच जाम कर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। 30वें दिन पीपलचौरी धरना स्थल पर पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी और चमोली सहित अन्य दूरदराज क्षेत्र से पहुंची महिलाओं ने आपबीती बताते हुए अपने खून से हस्ताक्षर करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखे, जिसके बाद मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित करने के लिए महिलाएं तैयार हो रही थी कि धरना स्थल पर भारी पुलिस बल पहुंच गया। जिस पर महिलाएं भड़क उठी और शासन-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। स्थानीय प्रशासन ने मुख्यमंत्री के धरने स्थल पर पहुंचने का आश्वासन देकर आंदोलित महिलाओं को शांत करवाया। घंटों बीतने के बाद सीएम के न पहुंचने और उनसे न मिलने दिये जाने पर महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। इस दौरान एक महिला बेहोश हो गयी, जैसे ही पुलिस प्रशासन महिलाओं को बेस चिकित्सालय पहुंचाने के लिए गेट खोला तभी आंदोलनरत महिलाएं ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर पहुंच गयी और जाम लगा दिया। इस दौरान एनएच से महिलाओं को हटाने को लेकर पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गये। धरने का नेतृत्व कर रही सरस्वती देवी ने कहा कि महिलाएं अपनी पीड़ा सरकार को बताना चाहती है, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है, जो कि सीधा-सीधा उनके अधिकारों का हनन है। कहा कि इससे पूर्व भी कैबिनेट मंत्री और स्थानीय विधायक से भी महिलाओं को नहीं मिलने दिया गया। शासन-प्रशासन द्वारा लगातार महिलाओं को गुमराह करने का काम किया जा रहा है, जिससे आक्रोशित महिलाएं एनएच बाधित करने को विवश हुई हैं। महिलाओं के आक्रोश को देखते हुए मौके पर पहुंचे तहसीलदार धीरज राणा ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। पुलिस सरस्वती देवी सहित अन्य महिलाओं को गिरफ्तार कर अलग-अलग चौकियों में ले गई। जिसके बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने महिलाओं को शांत करवाया। सरस्वती देवी ने कहा कि यदि जल्द दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई तो आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। मौके पर निवेशक व एजेंट किरन, सुमन, गंगा, सुरजी, सीमा, परमेश्वरी, प्रीति, सपना, कल्पना आदि मौजूद रहे।