Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • हिमाचल प्रदेश
  • कृषि विज्ञान केंद्र शिमला को ज़ोनल कार्यशाला में तीसरा स्थान हासिल
  • सोलन
  • हिमाचल प्रदेश

कृषि विज्ञान केंद्र शिमला को ज़ोनल कार्यशाला में तीसरा स्थान हासिल

RNS INDIA NEWS 22/07/2021
default featured image

आरएनएस ब्यूरो सोलन। डॉ. वाईएस परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के अंतर्गत आने वाले जिला शिमला के कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) ने ज़ोन 1 की वार्षिक कार्यशाला में तीसरा पुरस्कार जीतकर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। शिमला जिला का कृषि विज्ञान केंद्र रोहड़ू में स्थित है। जोन 1 में पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के 69 कृषि विज्ञान केंद्र शामिल हैं। जोनल स्तर पर केवीके कुलगाम ने पहला और केवीके रोपड़ ने दूसरा स्थान हासिल किया। इस पुरस्कार की घोषणा आईसीएआर के कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), लुधियाना द्वारा आयोजित जोन -1 की वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला में किया गया। कार्यशाला का आयोजन ऑनलाइन रूप से किया गया। पिछले वर्ष केवीके द्वारा आयोजित गतिविधियों पर एक प्रस्तुति केवीके कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एनएस कैथ द्वारा कार्यशाला के दौरान दी गई। केवीके शिमला ने पिछले कई वर्षों में किसानों तक अपनी पहुंच को बेहतर बनाने के लिए कई पहल की हैं। केवीके शिमला की विभिन्न गतिविधियों में जलवायु परिवर्तन परिदृश्य के तहत मध्य पहाड़ियों में आमदनी बढ़ाने के लिए सेब के रंगीन उपभेदों की खेती की शुरुआत,फसल विविधता के क्षेत्र में ढिंगरी और विदेशी सब्जियों की खेती और कृषि वाणी पत्रिका का प्रकाशन प्रमुख है।  इसके अलावा सेब में स्कैब और अन्य रोगों के नियंत्रण के लिए केवीके की विस्तार गतिविधियां और किसानों की आय दोगुना करने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। मधुमक्खी पालन और नर्सरी उत्पादन में उद्यमियों के विकास के साथ-साथ स्थान आधारित फसल विविधीकरण को भी यह केंद्र बढ़ावा दे रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल ने केवीके शिमला के प्रभारी डॉ एनएस कैथ और वैज्ञानिक डॉ इबजनाईकुर्बा और डॉ बंदना सहित समस्त स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने कहा कि केवीके किसानों की सेवा में बहुत अच्छा काम कर रहा है और इसे आगे भी इस दिशा में प्रयास करता रहेगा। निदेशक विस्तार शिक्षा डॉ. देवेंद्र गुप्ता और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों ने भी केवीके टीम को बधाई दी।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: बारिश से हुई फसलों की क्षति का सर्वे शुरू
Next: 24 जुलाई को विद्युत आपूर्ति बाधित

Related Post

default featured image
  • हिमाचल प्रदेश

दवा नियंत्रण टीम की बड़ी कार्रवाई, अचानक मारा छापा, नकली दवा रैकेट का किया भंडाफोड़

RNS INDIA NEWS 06/07/2025
default featured image
  • हिमाचल प्रदेश

13 वर्षीय भतीजी से दरिंदगी करने वाले चाचा को कोर्ट की कड़ी सजा

RNS INDIA NEWS 06/07/2025
default featured image
  • मण्‍डी
  • हिमाचल प्रदेश

मंडी में भारी तबाही से जानमाल का नुकसान, अब तक 13 की मौत

RNS INDIA NEWS 03/07/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • एसएसपी ने अपराध गोष्ठी में दिए निर्देश, दीपावली पर बाजारों में विजिबल रहेगी पुलिस
  • स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व पर्यवेक्षकों को मिला जनपद परिवर्तन का अवसर
  • ग्राम्य विकास की योजनाओं में अधिकारी अपेक्षित प्रगति लाएं: सीडीओ
  • 5 लाख से अधिक की चरस के साथ तस्कर गिरफ्तार
  • राशिफल 13 अक्टूबर
  • रील बनाने के नाम पर पुलिस कर्मी के बेटी से दुष्कर्म

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.