Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • किसान आंदोलन : कृषि कानून के समर्थन में आया अमेरिका
  • उत्तराखंड

किसान आंदोलन : कृषि कानून के समर्थन में आया अमेरिका

RNS INDIA NEWS 04/02/2021
default featured image

वाशिंगटन। मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में भारत में सडक़ से संसद तक संग्राम जारी है। इस बीच अमेरिका ने कृषि कानूनों को लेकर भारत का समर्थन किया है। अमेरिका ने कहा कि वह ऐसे कदमों का स्वागत करता है जो भारतीय बाजारों की निपुणता में सुधार करेंगे और निजी क्षेत्र के अधिक निवेश को आकर्षित करेंगे। भारत में चल रहे किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका यह मानता है कि शांतिपूर्ण विरोध किसी भी संपन्न लोकतंत्र की पहचान है। मतभेदों को बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।प्रवक्ता ने कहा, हमारा मानना है कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किसी भी संपन्न लोकतंत्र की पहचान है और यहां ध्यान देने वाली बात है कि भारतीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी यही कहा है। प्रवक्ता ने कहा कि हम प्रोत्साहित करते हैं कि पार्टियों के बीच किसी भी तरह के मतभेदों को बातचीत के माध्यम से हल किया जाएगा। सामान्य तौर पर अमेरिका भारतीय बाजारों की कार्यकुशलता को सुधारने और बड़े पैमाने पर निजी सेक्टर के निवेश को आकर्षित करने के लिए उठाए गए कदमों का स्वागत करता है। दरअसल, कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 26 नवंबर से किसान प्रदर्शऩ कर रहे हैं। वहीं, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हिंसा भी हुई थी, जिसके बाद कई जगहों पर इंटरनेट सेवा को बाधित किया गया। बता दें कि कृषि कानून पर सहमति को लेकर किसानों और सरकार के बीच 11 दौर की वार्ता हो चुकी है, मगर सभी बेनतीजा रहे। 22 जनवरी को प्रदर्शनकारी किसानों के साथ 11वें दौर की वार्ता के दौरान सरकार ने नए कानूनों को डेढ़ साल के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा और अधिनियमों पर चर्चा के लिए एक संयुक्त समिति गठित करने का भी प्रस्ताव रखा। मगर किसान तब भी नहीं माने।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: मारपीट मामले में दो अज्ञात युवकों पर केस
Next: भारतीय लोकतंत्र को ध्वस्त करने की सुनियोजित साजिश कर रहीं ग्रेटा थनबर्ग

Related Post

default featured image
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

महिलाओं के लिए करवा चौथ पर 10 अक्टूबर को रहेगा अवकाश

RNS INDIA NEWS 09/10/2025
default featured image
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड खत्म, राज्यपाल ने बिल को दी मंजूरी

RNS INDIA NEWS 07/10/2025
default featured image
  • उत्तराखंड
  • देहरादून

राशन डीलरों को केंद्र के समान मिलेगा राज्य का लाभांश

RNS INDIA NEWS 06/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 10 अक्टूबर
  • ओवरटेक के विवाद में कार सवारों ने बस चालक व उसके सहयोगियों को पीटा
  • जनपदीय विज्ञान संगोष्ठी में छात्रों ने दिखाया वैज्ञानिक दृष्टिकोण
  • महिलाओं के लिए करवा चौथ पर 10 अक्टूबर को रहेगा अवकाश
  • खाद्य संरक्षा विभाग ने चमोली के बाजारों का किया निरीक्षण
  • देहरादून जू में दो माह में आएगा सफेद बाघ, सुविधाएं बढ़ाने पर हुई चर्चा

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.