अन्नकूट मेले को सजा केदारनाथ धाम
रुद्रप्रयाग। भगवान केदारनाथ धाम में रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व मध्य रात्रि से शुरू होने वाले अन्नकूट मेले को लेकर देवास्थानम बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी है। इस मौके पर केदारनाथ में स्थित स्वयंभू लिंग पर लगाए गए नए अनाज का भोग एवं श्रृंगार का भक्तजन दर्शन कर भोले बाबा का आशीर्वाद लेंगे। रविवार को लगने वाले मेले के लिए मंदिर को भव्य फूलों से सजाया गया है। वहीं विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी समेत कई मंदिरों में भी इसी परम्परा का निर्वहन किया जाता है।प्रतिवर्ष रक्षाबंधन से एक दिन पहले केदारनाथ मंदिर में अन्नकूट मेला (भतूज) धूमधाम से मनाए जाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है। इस बार यह तिथि 2 अगस्त को पड़ रही है। मेले में सर्वप्रथम केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भगवान शिव के स्वयंभू लिंग की विशेष पूजा-अर्चना समस्त प्रक्रिया संपन्न करने पश्चात नए अनाज झगोंरा, चावल, कौंणी आदि के लेप लगाकर स्वयं भू लिंग का श्रृंगार करते हैं। इस दौरान भोले बाबा का श्रृंगार का दृश्य अलौकिक होता है। जिसके बाद प्रतिवर्ष भक्त सुबह चार बजे श्रृंगार किए गए भोले बाबा के स्वयूं लिंग के दर्शन करते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते भक्त भगवान के इस अलौकिक शक्ति के दर्शन नहीं कर पाएंगे। हालांकि प्रदेश सरकार ने यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति तो दी, लेकिन गर्भगृह में प्रवेश वर्जित है। जिससे इस बार भक्त भगवान के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इसके बाद भगवान को लगाया गया अनाज के इस लेप को यहां से हटाकर किसी साफ स्थान पर विसर्जित किया जाता है। मंदिर समिति के कर्मचारी मंदिर की साफ सफाई करने के बाद ही अगले दिन भगवान की नित्य पूजा-अर्चना की जाती है। इस मेले को लेकर देवास्थानम बोर्ड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।