
अल्मोड़ा। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों और विचारों के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से कौसानी स्थित उनकी कर्मस्थली अनासक्ति आश्रम में राष्ट्रीय विचार शिविर का शुभारंभ हुआ। देश के 18 राज्यों के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से आए 150 प्रतिभागी इस चार दिवसीय शिविर में हिस्सा ले रहे हैं। शिविर 12 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा। शिविर का उद्घाटन गांधीवादी, समाजसेवी और पद्मश्री सम्मान से सम्मानित राधा भट्ट ने दीप प्रज्वलित कर किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिमालय केवल अपनी सुंदरता के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि इसका सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक महत्व भी अत्यधिक है। उन्होंने कहा कि समाज की समस्याओं का समाधान केवल गांधी विचारों में निहित है। आज की आवश्यकता है कि हम नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करें और समता पर आधारित समाज की अवधारणा को मजबूत बनाएं। शिविर में केन्द्रीय गांधी स्मारक निधि के सचिव संजय सिंह, हरिजन सेवक संघ के सदस्य संजय राय, कर्नाटक गांधी स्मारक निधि की कार्यकारिणी सदस्य अबीदा बेगम, उत्तर प्रदेश गांधी स्मारक निधि के कार्यकारिणी सदस्य एडवोकेट कृष्ण सिंह बिष्ट, अनासक्ति आश्रम के व्यवस्थापक रमेश पांडे, लक्ष्मी आश्रम की संचालिका नीमा बहन, काँहि बहन, गोपाल भाई सहित कई गांधी विचारक उपस्थित रहे। शिविर के दैनिक कार्यक्रमों में सर्वधर्म प्रार्थना, सामुदायिक कार्य, गांधी विचारों की चर्चा, स्वच्छता एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता, तथा गांधी के आर्थिक, सामाजिक, आध्यात्मिक और राजनीतिक चिंतन पर आधारित सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही देश की एकता और अखंडता को सशक्त करने हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वच्छता अभियान भी संचालित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन संजय सत सिंह ने किया।