माननीयों के विदेशों में इलाज के बजाय जनता की सुध ले सरकार: कर्नाटक

अल्मोड़ा। प्रेस को जारी एक बयान में पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि उत्तराखंड की जनता स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ रही है। वही दूसरी ओर माननीयों और उनके परिवारजनों का इलाज विदेश में कराने को माननीय एकजुट होकर विधेयक तक पास कर दे रहे हैं, यह स्पष्ट तौर पर जनता की भावनाओं पर कुठाराघात है। कर्नाटक ने कहा कि आज अल्मोड़ा सहित उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कालेजों की यह स्थिति है कि ईलाज के अभाव में गरीब और आम आदमी दम तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि माननीय आम जनता के लिए मेडिकल कालेज और चिकित्सालयों में स्वास्थ्य सुविधा बढ़ाने के लिए कभी एकजुट नहीं होते हैं ,लेकिन अपने और अपने परिवार के सदस्यों का विदेशों में इलाज करवाने एवं अपने वेतन भत्ते बढ़ाने पर एकजुट होकर अध्यादेश बनाने तक को तत्पर हो जाते हैं। कर्नाटक ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने अपनी जान पर खेलकर उत्तराखंड राज्य बनवाया था जो आज माननीयों की भेंट चढ़ गया है। कर्नाटक ने कहा कि यह राज्य का दुर्भाग्य है कि यहां के माननीय महानुभाव अपनी जनता के बारे में न सोचकर केवल अपने व अपने परिवार के बारे में सोचते हैं, इस राज्य के आम जनमानस की उनको कोई चिंता नहीं है।