
रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। कृषि औद्योगिक विकास मेला का चौथा दिन जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण और साथी कलाकारों के नाम रहा। उन्होंने जागर, पावड़ा, राणा सत्ये सिंह, सरुली मैरु जिया लगिगे.. सहित कई खुदेड़ गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर दर्शकों को देर शाम तक बांधे रखा। मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दीप प्रज्जवलित कर मेले का शुभारंभ करते हुए कहा कि पारम्परिक मेला आयोजन से जहां एक ओर हमारे स्थानीय उत्पाद मण्डुआ, भटवाणी, फाणा, हस्तशिल्प आदि पकवानों को बढ़ावा मिलेगा, वहीं मेला आयोजन से क्षेत्रीय सांस्कृतिक एवं धार्मिक भावनाएं जागृत होती हैं। उन्होंने वहीं स्थानीय काश्तकारों से मण्डुआ की रोटी व अन्य स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए पहल करनी का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से आपस में क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई सार्टकट नहीं होता है बल्कि लक्ष्य निर्धारित कर सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने मेले के माध्यम से सरकार का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार को जनहित के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने चाहिए। हरीश रावत ने कहा कि सरकार को प्रदेश के युवा पीढ़ी, महिलाओं व गरीब तबके के लोगों की आवाज बन कर कार्य करना चाहिए। इस मौके पर कार्यक्रम अध्यक्ष नपं अध्यक्ष अगस्त्यमुनि राजेन्द्र गोस्वामी, विशिष्ट अतिथि युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आनंद रावत,मेला संरक्षक पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन गहरवार ने जनता का आभार जताते हुए कहा कि क्षेत्र की जनता के लिए ही मेले का आयोजन किया गया है। मेले में चौथे दिन मेला संयोजक एवं प्रमुख विनीता चमोली,ज्येष्ठ प्रमुख नवीन सेमवाल,कनिष्ठ उप प्रमुख राजेन्द्र सिंह रावत,जिपंस बीरेंद्र सिंह बुटोला,सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत,पूर्व ज्येष्ठ चैन सिंह पंवार, प्रधानाचार्य कपूर सिंह पंवार,कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष सुरेन्द्र सकलानी, जिपंस खलियाण ग्यालू लाल,जिपंस रतूड़ा पवन कुमार,अजयवीर भण्डारी,बीडीओ सुरेश शाह,शर्मा लाल, पूर्व जिपंस दीपा आर्य, देवेश्वरी नेगी,उमा कैंतुरा,पूर्व छात्र संघ हिमांशु थपलियाल,जयदीप पंवार,पूर्व प्रधान विजेन्द्र मेवाड़ सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन गिरीश बडोनी व कालीचरण रावत संयुक्त रूप ने किया।







