जैविक खेती में उत्तराखंड का नाम फिर रोशन
देहरादून। जैविक कृषि में राज्य के किसानों ने एक बार फिर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। जैविक कृषि के अंतर्राष्ट्रीय स्तरीय चतुर्थ अवार्ड में हिमालयी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को प्रथम स्थान हासिल हुआ है। राज्य को लगातार चौथी बार यह पुरस्कार मिला है। नैनीताल के धारी ब्लॉक के सुनकिया गांव के किसान हर्ष सिंह डंगवाल को इसी श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है। ग्रेटर नोएडा में आयोजित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित कार्यक्रम में जैविक बोर्ड के एमडी विनय कुमार ने राज्य के प्रतिनिधि के रूप में पुरस्कार प्राप्त किया। सोमवार को जैविक बोर्ड अधिकारियों ने पुरस्कार को कृषि मंत्री गणेश जोशी को सौंपा। अपने कैंट रोड स्थित कैंप आफिस में अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए जोशी ने पुरस्कार पाने पर खुशी जताई। कहा कि आज उत्तराखंड के कृषि योग्य क्षेत के 38 फ़ीसदी भाग में जैविक खेती की जा रही है। वर्ष 2025 तक इस 38 प्रतिशत को 50 प्रतिशत तक ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जैविक खेती वक्त की जरूरत है। जिस भी वस्तु के साथ जैविक खेती का टैग लग जाता है, उसका मूल्य भी बढ़ जाता है। किसानों की आमदनी को बढ़ाने में जैविक खेती अहम भूमिका अदा कर सकती है। इस दौरान पीएम के पूर्व सलाहकार, भाष्कर खुल्बे, कृषि सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, जीएम-नाबार्ड सुमन कुमार आदि मौजूद रहे।