
काशीपुर(आरएनएस)। इगास बग्वाल उत्सव (बूढ़ी दीवाली) में पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल दमाऊ व माता के निशान के साथ शोभायात्रा निकाली गई। वहीं चौफला, झोड़ा नृत्य में महिलाएं जमकर झूमी। इस दौरान भेलो करतब भी आकर्षण का केंद्र रहा। शनिवार को पहाड़ी स्वराज संघ द्वारा क्षेत्र में पहली बार आयोजित इगास बग्वास उत्सव को लेकर पर्वतीय समाज में सुबह से ही उत्साह रहा। दोपहर को चामुंडा मंदिर से पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल दमाऊ व माता के निशान के साथ शोभा यात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई ब्लूमिंग स्कूल के पास पहुंची। जहां मुख्य अतिथि उत्तराखंड पॉवर ट्रांसमिशन कारपोरेशन के एमडी पीसी ध्यानी समेत अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम आयोजकों का पर्वतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए आभार जताया। परवरिस स्कूल, ब्लूमिंग स्कूल, मास्टर इंटरनेशनल स्कूल के स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने भी लोगों को खूब गुदगुदाया। दुर्गा कॉलोनी की महिलाओं ने भी नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। यहां संघ के अध्यक्ष जीतेंद्र दत्त देवलाल, सचिव गोकुल भंडारी, उपाध्यक्ष संजय शर्मा, अनुपम शर्मा, अलका पाल, मनोज जोशी, संदीप सहगल, राकेश लखेड़ा, पार्षद मयंक मेहता, पार्षद पुष्कर सिंह बिष्ट, त्रिलोक सिंह अधिकारी, रिंकू बिष्ट, सचिन नाडिग, भाजपा नेता सुशील शर्मा, मनोज डोबरियाल , पदमा दत्त देवलाल, चंद्रभूषण डोभााल, आदि मौजूद रहे।



