गोवंशीय पशुओं को आवारा छोड़ने वालों के विरुद्ध नगर पालिका परिषद करेगी कार्यवाही

अल्मोड़ा। श्याम सुंदर प्रसाद अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा ने बताया कि अल्मोड़ा नगर पालिका परिषद अल्मोड़ा द्वारा अल्मोड़ा नगर के कटखने बन्दरों को पकड़कर उन्हें एनटीडी स्थित बन्दरबाड़ा में पशु चिकित्सक अल्मोड़ा की टीम द्वारा उनका बन्ध्याकरण करवाया जा रहा है तथा वन विभाग द्वारा उन बन्दरों को गाड़ी में ले जाकर दूरस्थ वन क्षेत्रों में छोड़ा जा रहा है। पालिका द्वारा यह अभियान वर्ष 2018 से लगातार जारी है। पालिका द्वारा अभी तक नगर से 691 बन्दरों को पकड़कर उनका बन्ध्याकरण करवाकर उन्हें दूरस्थ घने जंगलों में छोड़ा गया है। पालिका द्वारा प्रति बन्दर 650 रुपया व्यय किया जा रहा है, जिस पर अभी तक 4,49,150 रुपये पालिका द्वारा व्यय किया जा चुका है।

पालिका द्वारा अल्मोड़ा नगर में घूम रहे आवारा गोवंशीय पशुओं को नगर से पकड़कर गो सदन बाजपुर पहुँचाये जाने का कार्य लगातार जारी है। पालिका द्वारा अभी तक 186 गोवंशीय पशुओं को नगर से पड़कर गो-सदन बाजपुर भेजा जा चुका है। पालिका द्वारा प्रति गोवंशीय पशु को गो-सदन बाजपुर भेजे जाने पर प्रति पशु 3,000रुपया व्यय किया जा रहा है, अभी तक पालिका द्वारा गो–सदन बाजपुर को 219000/- का भुगतान किया जा चुका है। यह अभियान वर्ष 2015 से लगातार जारी है।

पालिका द्वारा अल्मोड़ा नगर में घूम रहे आवारा श्वान पशुओं (कुत्तों को पकड़कर उनके बन्ध्याकरण का कार्य वर्ष 2016 से निरन्तर जारी है। पालिका द्वारा उन्हें पकड़कर एन०टी०डी० स्थित ए०बी०सी० सैन्टर में पहुँचाकर उनका बन्ध्याकरण करवाया जा रहा है । यह कार्य वर्ष 2016 से निरन्तर जारी है। पालिका द्वारा अभी तक 1116 श्वान पशुओं (कुत्तों) का प्रति श्वान पशु (कुत्ता) रू0 1200/- की दर से बन्ध्याकरण करवाया जा चुका है, जिस पर पालिका द्वारा अभी तक रू० 3,16800 रुपया व्यय किया जा चुका है।

उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित आदेश में यही व्यवस्था दी गई है कि नगर में घूम रहे बन्दरों को उनके प्राकृतिक आवास में ही छोड़ा जायेगा । तथा नगर के आवास श्वान पशुओं का बन्ध्याकरण करवाना ही एक मात्र उपाय है, इन्हें बाँधकर नहीं रखा जा सकता है।

नगर के कटखने बन्दरों को पकड़ने तथा उनका बन्ध्याकरण करवाने एवं उन्हें दूरस्थ घने जंगलों में छोड़ने का कार्य तथा आवारा गो वंशीय पशुओं का गो सदन बाजपुर भेजने एवं नगर के आवारा कुत्तों को पकड़कर उनका बन्ध्याकरण करवाने पर पालिका द्वारा अभी तक लगभग 10,00,000 (दस लाख रू०) व्यय किया जा चुका है।

अधिशासी अधिकारी श्याम सुन्दर प्रसाद ने नगर के तथा नगर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के सभी गो पालकों से अपील की है कि वे अपने गो-वंश को नगर में आवारा न छोड़े तथा उन्हें अपने गोशालाओं/ घर में बाँधकर रखें। यदि कोई भी व्यक्ति अपने पालतू गो वंश को नगर में आवारा छोड़ते हुए पाया जायेगा, तो उनके विरूद्व नियमानुसार कार्यवाही करते हुए उन्हें दण्डित किया जायेगा। साथ ही अपने पालतू कुत्तों को नगर में आवारा न छोड़ें तथा उनका पालिका से लाइसैन्स अवश्य प्राप्त कर लेवें। साथ ही यह भी अपील की गई कि नगर में घूम रहे आवारा श्वान पशुओं को उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के क्रम में मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन द्वारा दिये गये निर्देश के अनुसार निराश्रित श्वान पशुओं की देखभाल एवं संरक्षण के लिए यदि कोई गैर सरकारी संगठनों एवं आमजन गोद लेने के इच्छुक हों तो वे गोद ले सकते हैं। इस सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद, अल्मोड़ा मो0नं0 8755633275 में सम्पर्क कर सकते हैं।


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