द्वाराहाट में स्याल्दे-बिखौती मेले की धूम
अल्मोड़ा/द्वाराहाट: द्वाराहाट में ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्याल्दे-बिखोती मेले का गुरुवार को विमाण्डेश्वर मंदिर में रंगारंग एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ शुभारंभ हुआ। विधायक मदन सिंह बिष्ट ने दीप जलाकर बिखोती मेले का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराते हैं। इनको आगे बढ़ाने के साथ संवर्धन के लिए सामुहिक रूप से कार्य करना होगा। विधायक ने विमाण्डेश्वर में स्थित शवदाह स्थल में पांच लोहे के बैड एवं लकड़ी का स्टाल बनाने की घोषणा की। ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला ने भी हरसंभव मदद का भरोसा दिया। इससे पूर्व मेला समिति अध्यक्ष रमेश पुजारी ने अतिथियों का स्वागत किया। बिखोती मेले की शुरुआत रणा गांव के मेलार्थियों ने की। मेलार्थी नगाड़े- निसाणों के साथ हुड़के और चिमटे की थाप में झोड़ा गायन करते पहुंचे। उसके बाद भगवान शिव की अराधना की गई। वहीं जै नंदा लोक कला मंच अल्मोड़ा के कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। चन्द्रशेखर हुए मंदिर पुजारी के संचालन में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में आदर्श इंटर कॉलेज सुरईखेत, विमाण्डेश्वर, विठोली, सिमलगांव आदि के बच्चों ने नंदा राजजात यात्रा, कुमाऊँनी, गढ़वाली, झोड़े आदि गीतों से मेला पर तालियां बंटोरी। वहीं, अतिथियों ने भी पुरस्कार देकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। आपको बता दें द्वाराहाट की परंपरागत लोक संस्कृति से जुड़ा उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध स्याल्दे बिखौती का मेला पाली पछाऊँ क्षेत्र का सर्वाधिक लोकप्रिय रंग रंगीला त्योहार है। चैत्र मास की अन्तिम रात्रि ‘विषुवत्’ संक्रान्ति 13 अप्रैल को प्रतिवर्ष द्वाराहाट से 8 कि.मी.की दूरी पर स्थित विमांडेश्वर महादेव में बिखौती का मेला लगता है। बिखौती की रात के अगले दिन वैशाख मास की पहली और दूसरी तिथि को द्वाराहाट बाजार में स्याल्दे बिखौती का मेला लगता है। मेले की तैयारियां आसपास के गांवों में एक महीने पहले से ही शुरु हो जाती हैं। मगर इस साल यह स्याल्दे बिखौती का मेला 13 अप्रैल से 18 अप्रैल, तक रस्म अदायगी के तौर पर ही मनाया जाएगा। विदित हो कि 14 अप्रैल को द्वाराहाट में बाटपूजै (रास्ता पूजन) के दिन नौज्यूला धड़ा तथा 15 अप्रैल को आल व गरख धड़ा ओड़ा भेटने की रस्म अदायगी पूरी की गई। ऐतिहासिक मेले में जहां शराब की दुकानें बंद रखी गई, वहीं यातायात व्यवस्था भी सही रही।
(रिपोर्ट: मनीष नेगी, द्वाराहाट)